इंडियन कॉलेज गर्ल की ज़बरदस्त चुदाई

(Indian College Girl Friend Ki Jabardast Chudai)

दोस्तो, मेरा नाम हर्ष चौधरी है और सभी मुझे प्यार से हर्षु कह कर बुलाते हैं। मेरा घर तो हरियाणा में है परंतु मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ता हूँ और हर रोज आना जाना दूर पड़ता है इसलिए मैंने कॉलेज के पास में ही एक रूम किराये पर ले लिया रहने के लिए।

मेरी उम्र 24 साल, हाइट 6 फीट 1 इंच, रंग गोरा और बॉडी हेल्थी है। मेरा सबसे अच्छा दोस्त जो मेरे साथ मेरी क्लास में ही था उसकी एक गर्लफ्रेंड थी जो पास ही के गर्ल्ज़ कॉलेज की छात्रा थी। वो जब भी उस से मिलने जाता तो मुझे भी साथ ले जाता।
उसने अपनी गर्लफ्रेंड को बोला- यार तू हर्षु की भी किसी प्यारी सी लड़की से दोस्ती करा दे!
तो वो बोली- ठीक है!
और उसने अपनी एक सहेली से मेरी बात करा दी। उसका भी कोई बॉयफ्रेंड नहीं था, वो नयी नयी ही कॉलेज में आयी थी.

तो एक दिन हम सब ने मिल कर सुबह से रात तक मेरे रूम पर एंजॉय करने का प्लान बनाया और तय दिन और निश्चित समय पर वो सभी मेरे फ़्लैट पर आ गये।
मैं अभी सोकर भी नहीं उठा था कि मेन गेट की बेल बज गयी.
मैंने नींद में ही गेट खोला और देखा तो मेरी सारी नींद काफूर हो गयी।

माफ़ करना दोस्तो, मैं अपनी नई बनी गर्लफ्रेंड के बारे में तो बताना ही भूल गया।
उसका नाम था पायल… वो बेहद गोरी थी, उसकी हाइट 5 फीट 4 इंच थी और उसका फ़िगर 34 30 34 का था।

मैंने सब दोस्तों को घर के अंदर बुलाया गेट बंद कर लिया. सभी अंदर आकर बैठ गये और मैं अपनी पायल के पास जाकर बैठ गया।

फिर हम सब लोग बात करने लगे। क़रीब 10 बजे थे, मेरा दोस्त बोला- यार मैं कुछ खाने को लेकर आता हूँ!
तो वो और उसकी गर्लफ्रेंड कुछ खाना लेने चले गये।

मैं और पायल पहले मिल चुके थे लेकिन इस तरह से अकेले और रूम में पहली बार ही मिल रहे थे तो वो थोड़ा चुप चुप थी। मैं समझ गया कि लड़की शर्मा रही है तो मैंने उससे पहले बातें करनी शुरू कर दी।
थोड़ी देर में वो भी ठीक से घुलमिल गयी और ठीक से बातें करने लगी। हम दोनों ने काफ़ी बातें की।

अचानक मैंने उसके दोनों हाथों को पकड़ा और अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और हम किस करने लगे।

तभी मेरे दोस्त ने मुझे फ़ोन किया और कहा- यार हम दोनों तो फ़िल्म देखने जा रहे हैं. और तुम दोनों अच्छे से एंजॉय करो!
और इतना कह कर फ़ोन रख दिया।

मैंने पायल को बता दिया कि वो दोनों तो फ़िल्म देखने चले गए हैं.
वो मुस्कुरा कर बोली- ठीक है।
फिर पायल बोली- मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने को लाती हूँ.

और वो ओमलेट बना कर ले आयी, हमने ओमलेट खाया और फिर साथ में लेट कर बातें करने लगे।

तभी मेरा हाथ करवट लेते हुए पायल के सीने पर लगा और वो हल्के से मुस्कुरा दी। फिर पायल भी मेरी तरफ़ करवट करके लेट गयी और हम दोनों ने किस करना शुरू कर दिया। मैं आज पहली बार किसी लड़की को चूम रहा था तो वासना से मेरा लंड तन गया था, मेरा दिल धाड़ धाड़ धड़क रहा था, मुझे बहुत खुशी भी हो रही थी और मुझे कहीं ना कहीं थोड़ा डर भी लग रहा था कि कहीं हम पकड़े ना जाएँ. हालांकि पकड़े जाने वाली कोई भी बात नहीं थी. फिर भी जब दिल में चोर होता है तो डर लगता ही है.

पायल का हाल भी मेरे जैसा ही लग रहा था, उस के चेहरे पर भी खुशी और घबराहट दोनों का मिश्रण दिखाई दे रहा था.

फिर मेरा एक हाथ पायल के टाप के ऊपर से उसकी चूचियों पर गया और उन को दबाने लगा। वो एकदम से सिहर उठी और हल्का सा कराह दी। पायल भी पहले से ही कामुक हो चुकी थी, उसका गोरा चेहरा लाल हो गया था.
हम दोनों की साँस गरम होने लगी। मैं पायल की चुची को भींच रहा था और वो उम्म… आह… करके कराह रही थी।

फिर मैंने उसके टॉप में हाथ घुसाया तो अंदर उसकी ब्रा पर मेरा हाथ गया और मैंने एक दो मिनट ऐसे ही उसकी चुची मसली मगर मुझे मजा नहीं आ रहा था तो मैंने उसका टॉप उतार दिया और साथ मैं अपनी टीशर्ट भी उतार दी।
पायल काफी शरमा रही थी उसने अपनी दोनों बाजू अपनी छाती पर रख ली और अपनी चूचियों को छुपाने की आधी अधूरी कोशिश करने लगी. मैंने उसके हाथ उसके वक्ष पर से हटाये और सर झुका कर उसकी छाती पर एक चुम्बन लिया.

फिर मैंने उसकी पीठ पर हाथ ले जा कर उसकी ब्रा की हुक खोल दी और उसकी ब्रा के कप उसकी चुचियों पर से उठा दिए. उसकी नंगी गोरी चुची देख कर मुझे नशा सा चढ़ गया क्यूँकि उसके बूब्ज़ बड़े थे। उसकी चुचियों पर नीली हरी नसें दिख रही थी जो उसे और सेक्सी बना रही थी.

गोरे बूब्ज़ पर लाइट ब्राउन निप्पल किसी को भी पागल बना सकते हैं। वही मेरे साथ हुआ। मैं कभी उसके एक बूब को दबाता और दूसरे को चूसता फिर दूसरे को दबाता और पहले को चूसता।
ऐसा करने से उसके निपल उभर कर टाइट हो गये।
इतना करने के बाद अब मैंने उसकी ब्रा की पट्टियां उसके कन्धों से हटायी और ब्रा उसके जिस्म से अलग कर दी.

फिर मैंने उसकी नंगी चिकनी पीठ पर अपने दोनों हाथ रखे और उसकी गर्दन पर और कान पर चुम्मा लेना शुरू किया जिससे उसे और सेक्स चढ़ने लगा। मैं उसकी गर्दन पर किस कर रहा था और एक हाथ से उसकी जींस का बटन खोल कर उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर हाथ फेर रहा था।

फिर मैं नीचे की तरफ़ आया और उसकी नाभि को चूमने लगा। फिर मैंने उसकी जींस उतार दी और साथ में पेंटी भी!
उसकी चूत देख कर तो मैं पगला सा गया, उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था, एकदम गुलाबी और चिकनी चूत थी उसकी!

फिर मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत पर फिराई और वो थोड़ा कसमसाई।
मैंने अच्छे से उसकी चूत की दरार में उंगली घुसा कर सहलाया तो मेरी उंगली उसकी चूत के दाने पर पहुँच गई, मैंने उस दाने को अपनी उंगली से छेड़ा तो उसकी सिस्कारियां निकालने लगी, वो मचलने लगी, अपने चूतड़ इधर उधर हिलाने लगी.

तब मैंने अपना मुँह उसकी चूत के दाने पर रखा और उसको अपनी जीभ से रगड़ना शुरू किया। उसके मुँह से और मादक आवाज़ें आनी शुरू हो गयी- आह उम्मम आह उम्म्ह… अहह… हय… याह… सस्स उम्मम…
उसने अपने दोनों हाथों से अपनी चुची पकड़ ली और उन्हें मसलने लगी। फिर उसके अपने दोनों हाथों से मेरा सिर पकड़ा और अपनी चूत पर दबा दिया।

थोड़ी ही देर में उसकी हॉट चूत ने अपना पानी छोड़ दिया।

तब मैंने उसे बिठाया और अपनी पैन्ट का बटन खोल दिया और अंडरवीयर से अपना लंड निकला और उसको इशारा किया की सकिंग करे।
उसने मुझे बिठाया, फिर मेरी पेंट उतारी और अंडरवीयर भी उतार दिया और लंड मुंह में लिया और सकिंग करने लगी।
वो लंड अंदर तक नहीं ले रही थी, उसे लंड चूसना नहीं आ रहा था मैं समझ गया कि इस मामले में यह लड़की अनाड़ी है।

तब मैंने उसके बाल पकड़ कर जूड़ा सा बना कर एक धक्का मारा और लंड अंदर तक चला गया फिर वो थोड़ा डिप थ्रोट सकिंग करने लगी।
थोड़े टाइम बाद उसने मेरा लंड अपने मुंह से निकाल दिया और वो उठ गयी तो मैंने ज़ोर नहीं दिया क्यूँकि वो एकदम नयी थी।

अब उसको बिस्तर पर लिटा कर मैंने नेक पर किस किया और एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और उसको अंदर बाहर करने लगा एक रिदम से!
वो काफ़ी कसमसा रही थी… उसे खूब मजा आ रहा था.

फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और रगड़ने लगा और हाथ से उसके निप्पल दबाने लग।
वो बोली- बेबी डाल दो अंदर… बर्दाश्त नहीं हो रहा।

तो मैंने लंड को उसकी चूत पर रख कर एक धक्का मारा और थोड़ा सा उसकी कुंवारी चूत में लंड जा घुसा।
वो दर्द के मारे चिल्ला पड़ी- उई… ऊईइ माँ… नाहिंन… निकालो!
तभी मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और फिर एक धक्का मारा तो आधे से ज़्यादा लंड उसकी चूत में जा घुसा और वो दर्द से फड़फड़ाने लगी, उसकी आँखों से आँसू बहने लगे।
तो मैं थोड़ी देर के लिये आराम से उसके ऊपर लेट गया।

दो मिनट बाद उसका दर्द काम हुआ तो वो चुप हो गयी। अब मैंने धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरू किया। अब उसको शायद थोड़ा अच्छा लग रहा था या फिर उसे पटा था कि पहली बार में ये सब होना ही है तो वो सब सहती रही.
फिर धीरे धीरे मैंने स्पीड बढ़ा दी।

वो फिर से झड़ गयी और उसकी शरीर अकड़ गया।
तो मैंने फिर से चुदाई करते करते उसके निप्पल चूसने शुरू कर दिए। दो मिनट बाद ही वो मेरे साथ देने लगी। अब मेरा चरम आनन्द भि निकट ही था तो मैंने चोदन गति और बढ़ा दी और थोड़ी देर बाद अपना सारा वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया और फिर वहीं उसके नंगे बदन पर लेट गया।

क़रीब पांच मिनट बाद मैं उसके ऊपर से हट कर उसकी बगल में लेट गया और हम फिर से किस करने लगे।

थोड़ी देर बाद मैं फिर उसके निप्पल चूसने लगा और वो मेरा लंड सहलाने लगी तो मेरा लंड जल्दी ही जोश में आ गया, मैंने दोबारा उठ कर अपना लंड उसकी चूत पर रखा, धक्के लगा कर चूत में घुसाया और फिर मैंने पायल की चुदाई शुरू कर दी।

इस बार उसको थोड़ा बढ़िया लग रहा था और वो नीचे से अपने चूतड़ उछल उछल कर मेरा साथ देने लगी, वो नीचे से अपने कूल्हे उठा उठा कर चुदने लगी। उसकी मादक आवाज़ से सारा कमरा गूँज रहा था- ऊह आह उम्मम उफ़्फ़ आह…
फिर मैंने उसको कहा- घूम जा और घोड़ी बन जा!
वो घोड़ी बन गयी तो मैंने अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया, उसकी आवाज़ तेज़ी से निकली- ऊफ मर गयी!

मैंने ज़ोरदार धक्कों से उसकी चूट चुदाई जारी रखी। फिर मैंने उसको बेबी स्लीप स्टाइल में लिटाया और उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया।
उसको काफ़ी दर्द हो रहा था।

फिर तभी मैं झड़ गया और अपना माल मैंने उसकी गांड के ऊपर डाल दिया।

शाम तक हमने कुल तीन बार चुदाई की।
तभी मेरे दोस्त का फोन आ गया, उसने बोला- हम लोग आ रहे हैं.
उनके आने की बात जान कर हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहने और अभी कमरा ठीक कर ही रहे थे कि मेरा दोस्त और उसकी गर्लफ्रेंड आ गए. वे दोनों हमारी और कमरे की, बिस्तर की हालत देख कर मुस्कुरा रहे थे.
वे दोनों बस पांच मिनट रुके और उसको अपने साथ ले गए।

अगले दिन जब पायल मुझे मिली तो उसने बताया कि उसकी सहेली ने एक गोली दी थी खाने के लिए ताकि कोई गड़बड़ ना हो जाए.
उसके बाद कुछ दिन वो कॉलेज ना जाकर डेली मेरे फ़्लैट पर आने लगी और हम जी भर भर के चुदाई करते। बेड पर, ज़मीन पर, बाथरूम में!
मैंने हर पोज़ में उसको चोदा।

आप सबको मेरी कहानी अच्छी लगी या नहीं, मुझे बताना… आगे की कहानी तब सुनाऊँगा।
धन्यवाद।
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