Latest Sex Stories

बिना सिंदूर का सुहाग-1

On 2007-01-11 Category: कोई मिल गया Tags:

दोस्तो, मैं आपकी अर्चना लेकर आई हूँ अपनी कहानी ! मैं २३ साल की युवती हूँ, कॉलेज में बी ए फ़ाइनल इयर की छात्रा हूँ। एक बार की बात है मैं गौरव टावर पर शौपिंग करने गई थी, वहाँ मुझे एक लड़का बार बार घूर रहा था। जब मैं वहाँ से निकली तो वो लड़का […]

मेरी सुहागरात

प्रेषक : समय मिश्रा प्रिय दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है जो मैं आप सबके साथ बाँट रहा हूँ। यह मेरी शादी की कहानी है। यूँ तो मैंने एक दो लड़कियों की जवानी को रौंदा है परन्तु खुद की बीवी के कपड़ों को रात भर तार तार कर के मजे लेना, वो भी सबकी रजामंदी […]

दूध पियोगे ?

On 2007-01-09 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषक : कविन दास बात बहुत पुरानी है लेकिन मेरी पहली चुदाई की है। इससे पहले मैं रात में अपनी चड्डी गन्दी करता था। फ़िर एक बार दोस्तों के साथ ब्लू फ़िल्म देखी थी.. तब भी हाथ से दबाने से ही मेरी लंड से बहुत सारा चिपचिपा गाढ़ा गाढ़ा सफ़ेद जूस निकल गया था.. तो […]

बीवी और साली के साथ सुहागरात-2

उस रात मैंने मीना और सोनू को दो बार और चोदा, मैंने उनकी गान्ड मारने की भी असफ़ल कोशिश कई बार की परन्तु आज मेरी शादी को पन्द्रह साल हो गए, परन्तु ना तो सोनू ने, ना ही मीना ने आज तक मुझे अपनी गान्ड पर हाथ रखने दिया।

बीवी और साली के साथ सुहागरात-1

साली ने कहा- क्यों मेरे रहते तुम्हारा लन्ड खड़ा नहीं होगा क्या? दो-दो को देख़ कर गान्ड फ़ट गई, या दोनों को एक साथ झेलने की हिम्मत नहीं है?

ऐसा प्यार फिर कहाँ-2

लेखिका : रीता शर्मा हम दोनों ने अब शर्म छोड़ सी दी थी। वो मुझसे रोज अपनी पीठ दबवाती, शायद मजे लेने के लिये ! मैं भी उसे सहला सहला कर मस्त कर देता था। फिर वो भी मेरी पीठ दबा देती थी, मेरी टांगें, जांघें मस्त हो कर दबाती थी, फिर मेरे लण्ड के […]

ऐसा प्यार फिर कहां- 1

लेखिका : रीता शर्मा घर में बस हम दो भाई थे। दिनेश मुझसे दस साल बड़ा था। वो एक फ़ेक्टरी में काम करता था। भाभी रीता भी मुझसे सात साल बड़ी थी। मम्मी पापा नौकरी करते थे। घर का सारा काम भाभी पर आ गया था। मुझे यह देख कर बहुत बुरा लगता था कि […]

प्रेस वाले से गांड मरवाई

On 2007-01-04 Category: गे सेक्स स्टोरी Tags:

लेखक : सनी सबसे पहले गुरूजी और उसके बाद अन्तर्वासना पढ़ने वाले एक एक पाठक को सनी की तरफ से प्यार ! भगवन करे यह वेबसाइट ऐसे ही हिट होती जाये और हम सबकी मस्त मस्त चुदाइयाँ बिस्तर से, कमरे से, इन्टरनेट पर छपती रहे और सभी लुत्फ उठाते रहें। आप सबने मुझे बहुत बहुत […]

मेरी मम्मी ने लिया अंकल से चुदाई का पूरा मजा

आशा करता हूँ कि मेरी यह कहानी आप लोगों को बहुत पसंद आएगी और यदि कहानी पसंद आई तो मुझे मेल करियेगा, मैं और कहानियाँ आप लोगों की सेवा में पेश करता रहूँगा! मेरा नाम शामी है! मैं रायपुर में रहता हूँ, बी.ए. सेकंड का छात्र हूँ, मेरे घर में मैं, मेरे पापा और मेरी […]

बचपन की सहेलियाँ

On 2007-01-02 Category: पड़ोसी Tags: सहेली

प्रेषक : करिश्मा पुरुष यह कहानी उस वक्त की है जब मैं कॉलेज में पढ़ता था। मध्यप्रदेश के जबलपुर में चौधरी चाल में मैं रहता हूँ। हमारे चाल में कविता, रेशमा, और पिंकी ये तीन लड़कियाँ रहती हैं। जब वे स्कूल में थी तब उनका मेरे घर में आना जाना रहता था। अब वे 18 […]

आँखों का इलाज

मैं गुप्ता बहुत समय से अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ. कई बार सोचा कि अपने जीवन की घटनाओं के बारे में लिखूँ. पर पता नहीं हिम्मत नहीं हो रही थी. आज जब एक बार फिर से मैं अन्तर्वासना की साईट पर गया तो फ़ैसला किया कि एक बार तो अपना अनुभव मैं भी लिखूँ. […]

छोटी मेम आइ लव यू

मैंने मेम की सलवार को खोला और फिर क्या छोटी मेम नंगी लेट गई .. मैंने अपना लुंगी गंजी खोली और कूद पड़ा मैदान ऐ ज़ंग में... मैंने जांघें फैलाई और देसी कुते के तरह मेम को नोचने लगा ..

गरम आइसक्रीम

On 2006-12-30 Category: पड़ोसी Tags:

यह मेरे पड़ोस में रहनी वाली विश्रांती-रेशमा की कहानी जिनको मैंने गणित सिखाने के बहाने कैसे चोदा। एक दिन मेरे घर पर कोई नहीं था। उस दिन विश्रांती और रेशमा दोनों मेरे घर चली आई। मैं उनके लिए चाय बनाने के लिए रसोई में गया। वे दोनों गप्पे हाँक रही थीं… मैं पीछे छुप कर […]

राजधानी सेक्सप्रेस

On 2006-12-29 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : अजय झा दोस्तों मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ। मैं इसकी सारी कहानियाँ बहुत मज़े से पढता हूँ। आज मेरे दिल में भी यह ख्याल आया कि मैं भी अपनी कहानी आप लोगों के समक्ष पेश करुँ। मेरा मकसद सिर्फ वोट पाना नहीं है अपितु आप सब के समक्ष अपने दिल की […]

शिष्या की पहली चुदाई

प्रेषक : कुमोद कुमार बात उस समय की है जब मैं अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर रहा था। मैं उसी समय एक स्कूल में टीचर के रूप में भी काम करता था। मैं दसवीं तक के बच्चों को पढ़ाता था। उसमें लड़के और लड़कियाँ दोनों ही थी। दसवीं क्लास की लड़कियों को मैं हमेशा […]

सिसकियाँ

On 2006-12-27 Category: गुरु घण्टाल Tags:

मम्मे बिल्कुल गोल गोल हैं जब ब्रा के बिना टी-शर्ट पहनती हूँ तो मम्मो का उछाल देखकर लड़कों के छक्के छूट जाते हैं ! वैक्सिंग के बाद मेरा जिस्म और भी खिल जाता है !

कार में मंगल

On 2006-12-26 Category: कोई मिल गया Tags:

मैं तुम्हारे साथ इसके लिए ही आई थी। मैंने जबसे तुम को देखा है तबसे तुम्हें अपने ऊपर लेने को तरस रही हूँ। इसीलिए मैं तुम्हें यहाँ लाई थी।

पाँच लड़कों के साथ मेरी ब्ल्यू फिल्म

मेरा नाम सीमा, उम्र 26 साल है। मैं एक शादीशुदा औरत हूँ। मैं सेक्स में बहुत रुचि रखती हूँ। मेरे पति सुनील एक अध्यापक हैं। वो लंबे और सुन्दर दीखते हैं। वो मेरे सौन्दर्य के कायल हैं। मैं और मेरे पति ब्लू फिल्म देखते हैं और इन्टरनेट पर मुझे काफी लड़कों ने नंगा भी देखा […]

दिल्ली से आगरा की बस में मिली एक भाभी

हम दोनों ने शॉल ओढ़ ली और पीछे वाली सीट पर चले गए। वो मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी। मैं एकदम उत्तेजित हो गया था और उसके बड़े बड़े स्तनों को दबा रहा था।

क्या है प्रेम?

On 2006-12-23 Category: चुदाई की कहानी Tags:

प्रेषिका : सिमरन शर्मा प्रेम का परिणाम संभोग है या कि प्रेम भी गहरे में कहीं कामेच्छा ही तो नहीं? फ्रायड की मानें तो प्रेम भी सेक्स का ही एक रूप है। फिर सच्चे प्रेम की बात करने वाले नाराज हो जाएँगे। वे कहते हैं कि प्रेम तो दो आत्माओं का मिलन है। तब फिर […]

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