Latest Sex Stories

मैं लौड़ा नहीं चूसूंगी-1

मैं रीता हूँ मेरे पति का नाम अतुल है। मेरे पति चाहते हैं कि मैं उनका लौड़ा चुसूं और पूरी नंगी होकर सेक्स में तरह तरह के खेल करूँ। इस बात को लेकर अक्सर मेरी उनसे लड़ाई हो जाती थी। मुझे लौड़ा चूसने से बड़ी चिढ़ थी मुझे लौड़ा चूसना बहुत गन्दा काम लगता था। […]

प्रतिमा भाभी बनी मेरी गुरु

प्रेषक: मनु मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। कुछ कहानियाँ मुझे झूठी लगती हैं तो कुछ सच्ची भी लगती हैं। जब मैं बिहार में मोतिहारी में रहता था तब कॉलेज़ में था तब मेरे मकान मालिक की बहु जो बांझ थी उसका नाम प्रतिमा ठाकुर था। वो थी तो पतली दुबली मगर थी मस्त भौजाई! […]

बेटा और देवर-2

देवर ने बेड पर पलटकर मुझे उल्टा कर घोड़ी बना कर पीछे से घोड़ा बनकर पेलना शुरू किया. यह स्टाइल बहुत गजब का था, मेरे पति ने कभी भी इस तरह नहीं किया था.

बेटा और देवर-1

मेरे ऊपर से उतरने के बाद मेरे देवर ने मेरी मैक्सी से मेरी चूत को साफ़ किया और दोनों पैरों के बीच में आने के बाद मेरे चूतड़ों के नीचे अपनी दोनों हथेलियों को रख कर अपना मुँह मेरी चूत पर रखकर चाटने लगा। कुछ ही पलों में मैं उत्तेजित हो गई... चूत चटवाने का यह मेरा पहला अनुभव था... लाजवाब अनुभव!

प्यार की चाहत

On 2007-01-16 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : जो हन्टर आइये, आपको एक बार और मैं प्यार की रूहानी दुनिया में कुछ समय के लिये ले चलता हूँ, यहाँ आपको प्यारा नरम सा सेक्स भी मिलेगा, उत्तेजना भी मिलेगी, आपका लण्ड भी खड़ा होगा और आपसी रिश्तो की उल्झन भी नजर आयेगी … मैं पन्जिम से मडगांव की तरफ़ आ रहा […]

मेरी सहकर्मी पल्लवी

On 2007-01-15 Category: Office Sex Tags:

मेरा नाम राज है, मैं एक 26 साल का लड़का हूँ, पेशे से इंजिनियर हूँ, एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी के ऑफिस में काम करता हूँ। वैसे तो मेरे साथ बहुत सी लड़कियाँ काम करती है पर एक लड़की पर मेरा दिल आ गया था। कुछ ही महीनो पहले एक नई लड़की ने हमारी कंपनी ज्वाइन की […]

मेरे बस के सफ़र से आगे का सफ़र-3

लंड तो अब मेरा भी दुखने लगा था क्योंकि गांड का छेद बहुत ही छोटा था. मामी ने अपनी गांड नीचे से उठानी शुरू कर दी थी. वो गांड तो नीचे से उठा रही थी, साथ में चिल्ला भी रही थी.

मेरे बस के सफ़र से आगे का सफ़र-2

On 2007-01-13 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

उस रात बस में आप मुझसे मम्मे दबवा रही थी, चूत चुसवा रही थी, उंगलियाँ डलवा रही थी और मेरा लंड हिला रही थी, और ये सब आप नींद का नाटक कर के करवा रही थी

बिना सिंदूर का सुहाग-2

On 2007-01-12 Category: कोई मिल गया Tags:

फिर 6 दिन बाद मैं कॉलेज गई तो वो गेट के बाहर मेरा इंतज़ार कर रहा था … मैं बिना कुछ बोले उसकी बाईक पर बैठ गई… वो सीधे अपने घर ले गया और पूछा- आज भी करवओगी या नहीं …? मैं बोली- आज पूरी तरह तैयार हूँ … तुम कंडोम ले आये? वो बोला- […]

बिना सिंदूर का सुहाग-1

On 2007-01-11 Category: कोई मिल गया Tags:

दोस्तो, मैं आपकी अर्चना लेकर आई हूँ अपनी कहानी ! मैं २३ साल की युवती हूँ, कॉलेज में बी ए फ़ाइनल इयर की छात्रा हूँ। एक बार की बात है मैं गौरव टावर पर शौपिंग करने गई थी, वहाँ मुझे एक लड़का बार बार घूर रहा था। जब मैं वहाँ से निकली तो वो लड़का […]

मेरी सुहागरात

प्रेषक : समय मिश्रा प्रिय दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है जो मैं आप सबके साथ बाँट रहा हूँ। यह मेरी शादी की कहानी है। यूँ तो मैंने एक दो लड़कियों की जवानी को रौंदा है परन्तु खुद की बीवी के कपड़ों को रात भर तार तार कर के मजे लेना, वो भी सबकी रजामंदी […]

दूध पियोगे ?

On 2007-01-09 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषक : कविन दास बात बहुत पुरानी है लेकिन मेरी पहली चुदाई की है। इससे पहले मैं रात में अपनी चड्डी गन्दी करता था। फ़िर एक बार दोस्तों के साथ ब्लू फ़िल्म देखी थी.. तब भी हाथ से दबाने से ही मेरी लंड से बहुत सारा चिपचिपा गाढ़ा गाढ़ा सफ़ेद जूस निकल गया था.. तो […]

बीवी और साली के साथ सुहागरात-2

उस रात मैंने मीना और सोनू को दो बार और चोदा, मैंने उनकी गान्ड मारने की भी असफ़ल कोशिश कई बार की परन्तु आज मेरी शादी को पन्द्रह साल हो गए, परन्तु ना तो सोनू ने, ना ही मीना ने आज तक मुझे अपनी गान्ड पर हाथ रखने दिया।

बीवी और साली के साथ सुहागरात-1

साली ने कहा- क्यों मेरे रहते तुम्हारा लन्ड खड़ा नहीं होगा क्या? दो-दो को देख़ कर गान्ड फ़ट गई, या दोनों को एक साथ झेलने की हिम्मत नहीं है?

ऐसा प्यार फिर कहाँ-2

लेखिका : रीता शर्मा हम दोनों ने अब शर्म छोड़ सी दी थी। वो मुझसे रोज अपनी पीठ दबवाती, शायद मजे लेने के लिये ! मैं भी उसे सहला सहला कर मस्त कर देता था। फिर वो भी मेरी पीठ दबा देती थी, मेरी टांगें, जांघें मस्त हो कर दबाती थी, फिर मेरे लण्ड के […]

ऐसा प्यार फिर कहां- 1

लेखिका : रीता शर्मा घर में बस हम दो भाई थे। दिनेश मुझसे दस साल बड़ा था। वो एक फ़ेक्टरी में काम करता था। भाभी रीता भी मुझसे सात साल बड़ी थी। मम्मी पापा नौकरी करते थे। घर का सारा काम भाभी पर आ गया था। मुझे यह देख कर बहुत बुरा लगता था कि […]

प्रेस वाले से गांड मरवाई

On 2007-01-04 Category: गे सेक्स स्टोरी Tags:

लेखक : सनी सबसे पहले गुरूजी और उसके बाद अन्तर्वासना पढ़ने वाले एक एक पाठक को सनी की तरफ से प्यार ! भगवन करे यह वेबसाइट ऐसे ही हिट होती जाये और हम सबकी मस्त मस्त चुदाइयाँ बिस्तर से, कमरे से, इन्टरनेट पर छपती रहे और सभी लुत्फ उठाते रहें। आप सबने मुझे बहुत बहुत […]

मेरी मम्मी ने लिया अंकल से चुदाई का पूरा मजा

आशा करता हूँ कि मेरी यह कहानी आप लोगों को बहुत पसंद आएगी और यदि कहानी पसंद आई तो मुझे मेल करियेगा, मैं और कहानियाँ आप लोगों की सेवा में पेश करता रहूँगा! मेरा नाम शामी है! मैं रायपुर में रहता हूँ, बी.ए. सेकंड का छात्र हूँ, मेरे घर में मैं, मेरे पापा और मेरी […]

बचपन की सहेलियाँ

On 2007-01-02 Category: पड़ोसी Tags: सहेली

प्रेषक : करिश्मा पुरुष यह कहानी उस वक्त की है जब मैं कॉलेज में पढ़ता था। मध्यप्रदेश के जबलपुर में चौधरी चाल में मैं रहता हूँ। हमारे चाल में कविता, रेशमा, और पिंकी ये तीन लड़कियाँ रहती हैं। जब वे स्कूल में थी तब उनका मेरे घर में आना जाना रहता था। अब वे 18 […]

आँखों का इलाज

मैं गुप्ता बहुत समय से अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ. कई बार सोचा कि अपने जीवन की घटनाओं के बारे में लिखूँ. पर पता नहीं हिम्मत नहीं हो रही थी. आज जब एक बार फिर से मैं अन्तर्वासना की साईट पर गया तो फ़ैसला किया कि एक बार तो अपना अनुभव मैं भी लिखूँ. […]

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