दोस्त की बीवी बनी माशूका-3

(Dost Ki Biwi Bani Mashuka- Part 3)

सनी वर्मा 2016-07-24 Comments

This story is part of a series:

दो-चार धक्कों में ही मैंने अपना सारा माल नीता भाभी की चिकनी चूत में डाल दिया और साफ़ करने के लिए बाथरूम की ओर चल दिया।

बाथरूम से धोकर साफ़ करके आया तो देखा कि विकास नीता को कुतिया बना कर चोद रहा है, वो उसके ऊपर चढ़ा हुआ था और नीता की चुदाई कर रहा था।
वो अपने एक हाथ से नीता के मम्मे भी मसल रहा था।

कुछ ही देर में विकास भी आ गया और नीता वहीं बिस्तर पर पेट के बल निढाल होकर लेट गई… विकास बाथरूम की ओर चल दिया।

अब मुझे भी घर जाना था, मैंने कपड़े पहने, बिस्तर पर लेटी नीता को चुम्बन किया और विकास से नीचे दरवाजा खोलने को कहा और दबे पाँव नीचे आ गया।

अगले दिन 11 बजे नीता का फोन आया, एक लम्बे किस के बाद उसने मुझे थैंक्स बोला।

मैंने उससे पूछा कि वो इतनी खूबसूरत है और विकास भी बहुत सेक्सी है… फिर मुझे बीच में क्यों घुसा लिया?

नीता ने बताया कि पता नहीं क्यों पर मैं उसे बहुत अच्छा लगता हूँ। सेक्स के दौरान नीता और विकास ने पाया कि अगर वो किसी तीसरे का नाम लेते हैं तो उन्हें सेक्स में ज्यादा मजा आता है।

विकास उस दौरान नीता की चचेरी बहन जो नीता की ही हमउम्र और गठीले बदन की है, का नाम लेता था और नीता मेरा नाम लेती थी।

नीता ने बताया कि उसकी चचेरी बहन कावेरी तो फिलहाल नीता की पकड़ में नहीं आ रही थी विकास के लिए, हालाँकि नीता और कावेरी आपस में बहुत खुले हुए हैं और एडल्ट जोक्स खूब शेयर करतें हैं और एक दो बार एक बिस्तर पर दोनों ने एक दूसरे के मम्मे दबाये और चूत में उंगली की है। पर यह कहने की कि कावेरी विकास से चुदा ले, अभी तक नीता की हिम्मत नहीं हो पाई है।

हाँ पर जब नीता मेरा नाम लेती थी तो विकास की चोदने की स्पीड बढ़ जाती थी और पिछले दिनों एक बार विकास ने नीता से पूछ ही लिया था कि अगर वो मुझसे नीता को चुदा दे तो क्या नीता कावेरी को विकास से चुदने के लिए मना लेगी।

इस पर नीता ने विकास को कहा था कि वादा तो नहीं है पर अगले महीने कावेरी 2-3 दिनों के लिए यहाँ आएगी, उस दौरान नीता पूरी कोशिश करेगी कि कावेरी विकास से चुद जाए।

नीता के बर्थडे वाले दिन जब मैं अचानक वापस आ गया तो नीता बहुत घबरा गई थी कि चुदाई भी हुई नहीं और बात भी खुल गई कि नीता मुझमें इंटरेस्ट रखती है।
तब उसने विकास को कहा था कि बस एक बार विकास मुझे घर बुला लाये, बाकी नीता खुद सम्भाल लेगी।

नीता ने मुझसे पूछा- सच बताना तुम्हें कैसा लगा?
मैंने कहा- मुझे तो अभी तक यकीन नहीं हो रहा कि नीता जितनी प्यारी और ख़ूबसूरत लड़की मेरे साथ बिस्तर पर थी, वो भी अपने पति की मौजूदगी में!

नीता ने कहा कि उसे मेरे बात करने का और सलीके में रहने का स्टाइल बहुत पसंद था, पर अब उसे मेरा सेक्स करने का स्टाइल भी बहुत पसंद है।

उसने मेरे लंड का नाम ‘चैम्प’ रखा और मैंने उसकी चूत का नाम ‘परी’ रखा।
हमने अपने सेक्स का नाम ‘मस्ती’ रखा।

कुल मिलकर हमारे बीच अब एक नया रिश्ता जुड़ चुका था जिसमें रोमा और विकास कहीं नहीं थे।

नीता बोली कि मर्द कुछ भी बोले पर शक्की बहुत होता है। नीता ने बताया कि विकास को आज सुबह लग रहा था कि कहीं नीता मुझसे जुड़ तो नहीं गई है इसलिए अब वो मुझे फोन विकास से छिप कर करेगी, रोज ठीक 11 बजे, क्योंकि 11 बजे विकास दुकान जाता है और अगले एक घंटा उसे फुर्सत नहीं मिलती।

इसलिए नीता ने विकास से कह रखा है कि अगर 11 से 12 के बीच नीता का फोन व्यस्त आये तो विकास समझ ले कि नीता या तो अपने मायके वालों से बात कर रही है या अपनी सहेलियों से!
इसलिए इस बीच नीता मुझे किया करेगी, वो भी लैंडलाइन पर…

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सच बेवफाई और प्यार बहुत शातिर बना देता है।
मैं और नीता अब रोज 11 से 12 अपनी ‘मस्ती’ की बातों में डूबने लगे।

एक दिन विकास ने मुझे कहा कि कल वो और नीता सूरजकुंड मेला देखने जा रहें हैं।
उसने मुझसे कहा साथ चलने के लिए!

हालाँकि में उस दिन दिल्ली जा भी रहा था, पर मैंने उनके साथ जाने को मना कर दिया, कहा- जाओ और मस्ती कर के आओ!

शाम को नीता भाभी का फोन आया और उसने मुझे साथ चलने के लिए दवाब दिया।

आखिर मैंने उससे इस बात के लिए बोल दिया- ठीक है, मैं दोपहर को सूरजकुंड पहुँच जाऊँगा।

अगले दिन मैं अपना काम निपटा कर दोपहर एक बजे करीब मेले में पहुँचा।
मुझे नीता और विकास मिल गए, नीता ने जीन्स और टॉप पहना था।

हम लोगों ने रेस्टोरेंट में खाना खाया।

नीता बोली- मुझे तो नींद आ रही है!
और ऐसा कहते उसने मेरी ओर विकास से छुपा कर आँख मारी।

मैं समझ गया कि वह चुदासी हो रही है, मैंने उससे धीरे से कहा कि होटल में कमरा लेना पड़ेगा और दो हजार से कम का कमरा मिलेगा नहीं, क्यों दो तीन घंटों के लिए पैसा बर्बाद करती हो।

मगर उसे और विकास को तो चुदाई सूझ रही थी। वहीं कॉटेज भी थीं जिनका किराया एक हज़ार रूपये था, जो शायद चुदाई के ही काम आती होंगी।

खैर, हम लोग एक कॉटेज में गए।
मैंने उन्हें एकांत देने के मूड से कहा- तुम लोग आराम कर लो, मैं घूम कर आता हूँ।

तब विकास बोला- पहले हम बाथटब में नहा कर आते हैं, फिर बैठ कर गप्पें मारेंगे।

एक्स्ट्रा कपड़े तो लाये नहीं थे इसलिए उन दोनों ने अपने कपड़े कमरे में ही उतार कर तौलिये लपेट लिए थे।

तौलिये में नीता का चिकना और संगमरमरी बदन क़यामत ढा रहा था, गोरी चिकनी उँगलियों पर उसने लाल नेल पॉलिश लगा रखी थी।

सच मेरा चैम्प तो जीन्स फाड़ कर बाहर आने को तैयार था मगर समय की मजबूरी थी, बिना विकास से न्यौता मिले मैं कुछ नहीं कर सकता था।

मेरा खड़ा करके नीता और विकास नहाने चले गए।

अंदर से उनके चूमने, चिपटने की आवाज आ रही थी, मैं अपना लंड बाहर निकाल कर मुठ मारने की सोच ही रहा था कि नीता तौलिया लपेट कर बाहर आई और मुझे एक चुम्मी देकर कान में फुसफुसा कर बोली- अभी विकास नखरे कर रहा है, शायद आज चुदाई न हो!
सही बात यह थी कि विकास इस बात से डर गया था कि कहीं नीता उसके हाथ से निकल कर मुझसे प्यार न कर बैठे!

अब विकास को कौन समझाए कि जिस बात से वो डर रहा है, वो तो हो चुका…
अब नीता बीवी तो सिर्फ उसकी है पर माशूका मेरी है।

अब बीवी और माशूका में दीवाना कौन होता है… पति और आशिक में ज्यादा चाहत किसकी होती है… यह तो सब जानते ही हैं।
कहानी जारी रहेगी।
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