ममेरी दीदी की चूत की सील

(Mameri Didi Ki Choot Ki Seal)

नेक्स राय 2009-01-10 Comments

मेरा नाम रणबीर है, उमर 21 साल, रोपड़, पंजाब का रहने वाला हूँ! बात उन दिनों की है जब मैं अप्रैल में बारहवीं के पेपर देकर मामा जी के पास नंगल गया। मेरे मामाजी की बड़ी लड़की पूजा की शादी तय हुई थी 28 जून की। तो मुझे दो महीने वहीं रहने के लिए कहा गया।

घर में बहुत काम रहता था! शादी की तैयारियाँ जोरों से चल रही थी। पूजा मुझसे बड़ी थी इसलिए मैं उसे पूजा दीदी कह कर बुलाता था। पूजा दिखने में तो जैसे परी थी! गोरा रंग, गोल-गोल मम्मे और स्लिम फिगर!

जो उसे देखता, बस देखता ही रह जाता था! पूजा बहुत ही देसी लड़की थी लेकिन बिना कोई फ़ैशन किये भी वो हिरोइन लगती थी!

पूजा मेरे साथ बहुत ही घुलमिल कर रहती थी! हम दोनों अक्सर देर रात तक अकेले गप्पें मारते रहते!

पूजा दीदी के बारे में अपने दिल की एक बात बताऊँ! तो वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी पर उसे कभी गलत विचार से नहीं देखा था मैंने!

एक दिन अचानक नानाजी की तबियत बहुत ख़राब हो गई! उन्हें चंडीगढ़ पी जी आई ले जाना पड़ा! घर में पूजा अकेली रह रही थी! मामा जी ने मुझे भी पूजा के साथ रुकने को कहा, वे बोले- रणबीर बेटे, हम तेरे नानाजी को चंडीगढ़ ले जाते हैं, तू पूजा बेटी के साथ घर में रह!

मैंने कहा- ठीक है मामा जी! आप निश्चिन्त रहें!

अब हम दोनों भाई बहनों को कोई काम तो था नहीं, तो तय हुआ कि मूवी देखते हैं।

टेलीविज़न ओन किया तो बेकार बेकार फिल्म चल रही थी!
मैंने कहा- दीदी इंग्लिश फिल्म देखते हैं, हिंदी तो सारी बेकार आ रही हैं!
पूजा दीदी बोली- जैसा तुम्हें अच्छा लगे, लगा लो।

मैंने जी इंग्लिश ओन किया! वहाँ जो मूवी लगी हुई थी उसमें चुम्बन-दृश्य चल रहा था! मुझे शर्म सी आने लगी क्योंकि दीदी से मैं कभी ऐसी वैसी बात नहीं करता था और मैंने झट से चैनल बदल दिया!

दीदी बोली- वही पीछे वाला चैनल लगा! मुझे देखना है कि वो कैसे कर रहे हैं!
मैंने कहा- दीदी, यह इंग्लिश फिल्मों में होता है!
वो बोली- तुम लगाओ तो सही!

मैंने फिर से वही चैनल लगा दिया! इतने में फिल्म में नायक-नायिका एक दूसरे को चाटने लगे और कपड़े खोल कर चूमने लगे! इसके बाद सीन फ्लशबैक में चला गया!

दीदी बोली- यह सब कैसे करते होंगे ये लोग सबके सामने?
मैं बोला- आजकल तो यह सब भारत में भी होने लगा है!
दीदी बोली- एक बात पूछूं?
मैंने कहा- पूछो!

दीदी बोली- तुम मुझे किस करोगे क्या? मुझे भी देखना है कि किस करके कैसा लगता है!
मेरे तो जैसे होश उड़ गये! पर मैं मुस्कुराने लगा और बोला- दीदी, मैंने कभी किस नहीं किया, मुझे नहीं पता कि किस कैसे करते हैं।
दीदी बोली- मुझे भी नहीं पता, आज देखते हैं करके!

मैं दीदी के पास जाकर बैठ गया! दीदी ने मुझे अपनी बाँहों में ले लिया! वैसा ही सीन बन गया जैसे कि फिल्म में चल रहा था! मैंने भी दीदी को बाँहों में ले लिया और उसके होंठों को चूमने लगा! लगभग 5 मिनट तक हम एक दूसरे को चूमते रहे!

एकदम दीदी बोली- रणबीर, अब बस करो! मुझे कुछ अजीब सा लग रहा है।
मैं समझ गया कि दीदी गर्म होने लगी है, मैंने कहा- दीदी, मुझे आपसे किस करके बहुत अच्छा लग रहा है! और करूँ?

वो कुछ नहीं बोली! मैंने फिर से उसे चूमना शुरू कर दिया! मैं समझ गया कि वो चुदवाने के मूड में है। मैंने हिम्मत करके अपना एक हाथ उसके मम्मों पर रख दिया!

वो कुछ नहीं बोली तो मेरी हिम्मत और भी बढ़ गई! मैं उसके दोनों मम्मे दबाने लगा! उसके मुंह से सिसकारियाँ निकलने लगी!
मैंने धीरे से दीदी की कुर्ती ऊपर उठाई और मम्मे चूसने लगा!

दीदी के कुछ भी न बोलने पर मैंने कहा- दीदी, यह कुर्ती उतार दो न प्लीज़!
वो बोली- रणबीर मुझे डर लग रहा है, किसी को पता चल गया तो?
मैं बोला- दीदी कुछ नहीं होगा, किसी को पता नहीं चलेगा।
वो मान गई!

उसके मम्मों के बारे में क्या बताऊँ! एकदम गोल और दूध की तरह सफ़ेद! मैं उसके मम्मे चूस रहा था और वो सिसकारियाँ ले रही थी!

मैंने अपना हाथ उसकी सलवार में डाला तो उसकी फुद्दी एकदम गीली हो चुकी थी! मैंने धीरे से उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया तो वो बोली- देख रणबीर, हम जो कर रहे हैं, यह गलत है। अब बस करो!

मैं बोला- दीदी, जब हमने इतना कुछ कर लिया तो अब गलत-सही की बात क्या रह गई?
दीदी बोली- रणबीर, ठीक है! लकिन यह बात किसी को पता नहीं लगनी चाहिए।

अब दीदी मेरे सामने बिल्कुल नंगी पड़ी थी! लगभग 15 मिनट की चूमाचाटी के बाद मैंने अपनी पैंट उतारी और अपना छः इंच का लन निकाला तो वो बोली- इतना बड़ा होता है लड़कों का लन?
मैंने कहा- इसे तुम्हारी फुद्दी में डालूंगा।
दीदी बोली- बाप रे! मुझे मारना है क्या!!??

मैं बोला- तुम एक बार डलवाओ तो सही, तुम्हें पता भी नहीं चलेगा कि यह कहाँ गया।
वो हंसने लगी और मेरे लन को हाथ में पकड़ कर सहलाने लगी!

मैंने दीदी को सोफे पर लिटाया और अपना लंड उसकी फुद्दी में पेलने लगा! वो दर्द से चिल्लाने लगी! मैं जोर से झटके मारने लगा।
दीदी बोली- बस कर, बहुत दर्द हो रहा है।

लेकिन मैं कहाँ सुनने वाला था! अभी 2-3 मिनट हुए थे कि मेरा सारा जोश दीदी की फुद्दी में निकल गया! मैं हाँफता हुआ दीदी के ऊपर गिर गया!

दीदी की सील टूट गई थी!
जब एक मिनट के बाद मैं उठा तो देखा दीदी कि फुद्दी से खून निकल रहा है!

दीदी बोली- तूने तो मार ही दिया था आज मुझे! देख कितना खून निकल रहा है!
मैं बोला- दीदी, पहली बार ऐसा होता है, फिर सब ठीक हो जाता है। आओ, फिर से करते हैं! इस बार तुम्हें बहुत मजा आएगा क्योंकि मैंने भी पहली बार किया, इसलिए जल्दी हो गया।

लेकिन पूजा दीदी मना करने लगी। लेकिन थोड़ी देर में मैंने उसे फिर से मना लिया! अब दूसरी बार हम फिर सेक्स के लिए तैयार थे।

इस बार मैंने जल्दी नहीं की और आराम से उसे चोदने लगा। दूसरी चुदाई लगभग दो घंटे तक चली। इस बार पूजा दीदी को भी बहुत मजा आया। दीदी की फुद्दी से बहुत खून भी निकला बाद में, लेकिन सुबह तक सब सामान्य हो गया।

दूसरे दिन हम दोनों ने फिर चुदाई कि! लेकिन उसके बाद कभी मौका नहीं मिला। दो महीने बाद दीदी की शादी हो गई। वो अब भी मुझे बहुत याद करती है!

यह मेरी सच्ची कहानी है!
आप दोस्तों को कैसी लगी, मुझे मेल जरूर करना!
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