भाई बहन के साथ मिलकर चूत चुदाई-1

(Bhai Bahan Ke Sath Mil Kar Chut Chudai- Chapter 1)

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दोस्तो, मैं आपकी दोस्त फ़ेहमिना एक बार फिर से आप सबके सामने अपनी कहानी

छोटी बहन के साथ लेस्बियन सेक्स

के आगे का भाग लेकर आई हूँ।

सबसे पहले मैं उन सभी अन्तर्वासना के हिंदी सेक्स स्टोरी के पाठकों का शुक्रिया करना चाहती हूँ जिन्होंने मेरी कहानी को इतना पसंद किया और मुझे इतने सारे मेल भेजे।
आशा करती हूँ कि आप सबको मेरे सभी कहानियां पसंद आएंगी।

मेरा परिचय तो आप मेरी पिछली कहानियों से जान ही चुके होंगे।

मेरी पहली सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि मेरे भाई ने मुझे मजबूर करके मेरा फायदा उठा लिया।
सीधे शब्दों में कहूँ तो उसने मुझे चोद दिया था।

उसके बाद मेरा मेरी बहन के साथ लेस्बियन सेक्स हुआ।

अब मैं आप सीधे कहानी पर आती हूँ।

मेरी छोटी बहन आयेशा अब अपने भाई साहिल से चुदना चाहती थी।
और मैं भी साहिल से दोबारा चुदना चाहती थी क्योंकि मैंने भी बहुत दिनों से लंड नहीं लिया था तो मेरी चूत भी बहुत तड़प रही थी।
मगर अभी साहिल का हमारे पास आने का कोई प्लान नहीं था तो हम दोनों बहनें आपस में ही लेस्बियन सेक्स करके एक दूसरे को खुश कर रही थी।

लगभग एक महीने बाद साहिल ने बताया कि वो हमारे पास आ रहा है।
मैंने साहिल को आयेशा वाली बात नहीं बताई क्यूंकि मैं उसे सरप्राइज देना चाहती थी।

साहिल के आने की बात जब मैंने आयेशा को बताई तो उसने मेरे चूतड़ों पर एक जोर से थप्पड़ मार दिया।

उसने अचानक से मारा तो मैं बहुत जोर से चीख पड़ी और उसे मारने के लिए दौड़ी और उसे बिस्तर पर गिरा कर उसके सारे कपड़े फाड़कर बोली- साली रंडी, तुझे बहुत चुदने की आग है।

तो वो बोली- हाँ मेरी जान, अब तो मैं अपने सगे भाई साहिल के लंड पर उछल उछल कर चुदूँगी।
तो मैंने उससे कहा- हाँ तू चुद लेना।

मगर मेरे दिमाग कुछ और आईडिया चल रहा था। जब मैंने वो आईडिया आयेशा को बताया तो वो ख़ुशी ख़ुशी राजी हो गई।
अब हम दोनों को बस साहिल के आने का इंतजार था।

जिस दिन साहिल को आना था उस दिन हम दोनों बहनें पार्लर गई, और वहाँ फेशियल वेक्सिंग सब करवा कर आई।

उसी शाम को साहिल घर आ गया, उसने आते ही मुझे किस किया जिसका मैंने बहुत अच्छा जवाब दिया,
फिर मैंने साहिल को अंदर करके गेट बंद किया।

साहिल ने अंदर आते ही मुझे अपनी गोद में उठा लिया और मुंह से मेरे मेरे बूब्स पर काटने लगा।

वो ये सब मेरे कपड़ों के ऊपर से ही कर रहा था, फिर भी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।

मैं साहिल से बोली- तू जाकर फ्रेश हो जा, फिर खाना खाकर करेंगे।
आयेशा को मैंने अंदर कमरे में भेज दिया था।

हम दोनों ने खाना खाया तो मैं बर्तन रखने किचन में गई तो साहिल मेरे पीछे पीछे आ गया और अपने लंड मेरी गांड से लगाकर मुझे गर्म करने लगा।

मेरे मुंह से अह्ह्ह निकल गई और वो धीरे धीरे मेरी टी शर्ट उतारने लगा तो मैंने उसको रोक और बोला- थोड़ा इंतजार करो साहिल।
तो वो बोला- ठीक है।
वो दूसरे रूम में चला गया।

मैंने अपना काम खत्म करके साहिल को बुलाया और उसको बोला- जाओ नहा कर अच्छे से फ्रेश होकर आओ, तुम्हरे लिए एक सरप्राइज है।
तो बोला- मेरी जान, आज अपनी गांड देने वाली हो क्या?

मैंने उसके चूतड़ो पर 1 थप्पड़ मारा और मुस्कुराते हुए बोली- मेरी गांड तुझे कभी नहीं मिलेगी।
वो हँसते हुए अंदर चला गया।

मैं फिर आयेशा के पास में गई और उसे दोबारा से सारा प्लान समझा दिया।

मेरे पास दुल्हन वाला लहंगा तो था नहीं इसलिए मैंने उसे काले रंग की नेट वाली साड़ी में तैयार कर दिया।
वो बहुत सुन्दर लग रही थी।

अपने प्लान के मुताबिक मैंने साहिल को थोड़ी देर बाद आवाज दी, बोली- अंदर आ जाओ।
और मैं खुद स्टोर रूम में छिप गई।

साहिल ने धीरे से गेट खोला तो कमरे में बहुत कम रोशनी थी, चारों तरफ मोमबत्ती जल रही थी, बेड पर फूल पड़े हुए थे और प्लान के मुताबिक बिस्तर पर आयेशा दुल्हन की तरह बैठी हुई थी।

साहिल ये सब देखकर खुश हो गया।
उसे आयेशा के बारे में कुछ पता नहीं था तो वो आयेशा को मुझे समझ रहा था।

वो बिस्तर पर आया, आयेशा ने घूँघट किया हुआ था तो पता नहीं चल रहा था कि उसके नीचे कौन हैं।
साहिल बोला- फेहमी, मेरी जान आज तो तुमने दिल खुश कर दिया।

थोड़ी देर तक वो मेरी तारीफ करता रहा फिर जैसे ही उसने घूँघट उठाया वो डर की वजह से बिस्तर से उठकर खड़ा हो गया।
वो आयेशा को देखकर एकदम डर गया और आयेशा को सॉरी बोलने लगा।

आयेशा प्लान के मुताबिक उस पर गुस्सा होने लगी, उसे बोली- भाई, आप ये सब क्या बोल रहे थे।
तो साहिल और भी ज्यादा डर गया, उसकी हालात देखकर आयेशा को हंसी आ गई और वो बहुत जोर जोर से हँसने लगी।

यह देखकर साहिल सोच में पड़ गया। वो आयेशा से बोला- तू हँस क्यों रही है और फेहमी कहाँ है?

थोड़ी देर बाद मैं भी स्टोर रूम से बाहर आ गई।
आयेशा और मैं थोड़ी देर तक हंसती रही।

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हमें देखकर साहिल सारा प्लान समझ गया।
फिर मैंने उसको बोला- ये ही तेरा सरप्राइज है।

उसने ख़ुशी में मुझे चूम लिया मैंने भी उसके चुम्बन का जबाब चुम्बन से दिया।
हमें किस करते हुए देखकर आयेशा बोली- यार साहिल तूने इसके साथ तो इतने मज़े करे हैं और अपनी छोटी बहन को भूल गया?

इस पर साहिल ने कहा- मेरी जान, तू तो मेरी सबसे प्यारी बहन है, तुझे कैसे भूल सकता हूँ?

साहिल ने आयेशा को एक जोरदार किस किया उसके जवाब में आयेशा साहिल के ऊपर टूट पड़ी और उसे पागलों की तरह किस करने लगी।
उसने साहिल को इतनी जोर से किस किया कि साहिल का होंठ कट गया और उसमें से हल्का सा खून भी आने लगा।

यह देखकर मैंने कहा- पागल लड़की, ये क्या कर रही है? आराम से कर, देख तूने साहिल का खून निकाल दिया।

इस पर आयेशा बोली कि अगर थोड़ा सा खून निकल भी गया तो क्या हुआ, थोड़ी देर बाद साहिल भी तो मेरा खून निकालेगा। तो मैंने अभी बदला ले लिया।

उसकी इस बात बात पर हम तीनों हंसने लगे।

साहिल ने आयेशा से पूछा- तू अभी तक वर्जिन है?
आयेशा ने हाँ में गर्दन हिला कर जवाब दिया।
साहिल ने खुश होकर आयेशा को गले लगा लिया।

फिर आयेशा ने कहा- मैं आज सुहागरात मनाना चाहती हूँ।
फिर वो मुझे बोली- यार फेहमी, तू भी आज सुहागरात वाली ड्रेस पहनकर तैयार हो जा, आज हम दोनों एक साथ सुहागरात मनाएंगे।
मैंने कहा- मेरी सुहागरात हो चुकी है, आज तू अपनी सुहागरात मना ले।
लेकिन वो जिद करने लगी तो मैंने कहा- ठीक है, मैं तैयार हो जाती हूँ।

आयेशा ने साहिल को बाहर जाकर तैयार होने को कहा तो साहिल चुपचाप चला गया।
मैंने एक सुन्दर सी साड़ी पहन ली और बाकी का मेकअप आयेशा ने लगाकर मुझे तैयार कर दिया।

हम दोनों बहनें आज परी जैसी लग रही थी।

थोड़ी देर बाद हमने साहिल को बुला लिया।

जैसे ही साहिल कमरे में आया हम दोनों को देखकर मुस्कुराने लगा।

हम दोनों बहनें बिस्तर पर बैठी हुई थी और हमने घूँघट किया हुआ था।
वो हम दोनों के पास आया और बिस्तर पर आकर बैठ गया।

धीरे धीरे उसने पहले आयेशा का, फिर मेरा घूँघट ऊपर किया, वो बहुत अच्छा लग रहा था।
फिर उसने आयेशा को किस किया और फिर मुझे किस किया।

उस वक़्त मैंने नीले रंग की साड़ी पहनी हुई थी और आयेशा ने काले रंग की जाली वाली साड़ी पहनी हुई थी।
साहिल ने धीरे धीरे हम दोनों के कपड़े उतार दिए, अब हम दोनों बहनें सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी।
मैंने नीले रंग की और आयेशा ने काले रंग की ब्रा पैंटी पहनी हुई थी।
वो काली ब्रा पैंटी में बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी।

फिर हम दोनों मिलकर साहिल को नंगा कर दिया मैंने साहिल का लंड पहले भी देखा था लेकिन आयेशा उसका लंड देखकर चौंक गई वो शायद थोड़ा डर भी गई थी।
लेकिन उसने तभी साहिल को किस करना शुरू कर दिया और मैंने उसका लंड चूसना शुरू कर दिया।

मुझे साहिल का लंड चूसने में बहुत मज़ा आता था, साहिल से पहले मैंने कभी किसी का लंड नहीं चूसा था।

मेरे लंड चूसने से साहिल को बहुत मज़ा आ रहा था वो मेरा सर पकड़ कर अपना लंड मेरे गले में डालना चाहता था।

थोड़ी देर तक तो मैं बर्दाश्त करती रही, फिर मुझे खांसी आने लगी तो साहिल ने मेरा सर छोड़ दिया।
उसका लंड मेरे थूक से पूरा गीला हो गया था।

आयेशा अभी भी साहिल को जानवरों की तरह किस कर रही थी, ऐसा लग रहा था कि वो आज साहिल के होंठों को काट ही देगी।
मैंने आज तक ऐसे हवशी लड़की नहीं देखी थी।

फिर हमने अपनी जगह बदली, अब मैं साहिल को किस कर रही थी और साहिल मेरे बूब्स दबा रहा था।
आयेशा नीचे लेटकर साहिल का लंड चूस रही थी।
वो पहली बार लंड चूस रही थी तो उसे थोड़ा अजीब सा लग रहा था।

आयेशा साहिल के लंड को थोड़ी देर चूसने के बाद उसके लंड के ऊपर बैठने की कोशिश करने लगी पर लंड उसकी नई चूत होने के कारण अन्दर नहीं जा रहा था।

फिर साहिल ने आयेशा को हटा कर मेरी चूत पर अपना हाथ रख के उसे सीधे लेटने के लिए कहा तो वो सीधी लेट गई।
साहिल ने अपना लंड उसकी चूत पर लगा कर जोर से धक्का मारा तो लंड की टोपी उसकी चूत में चली गई और उसकी जोर से चीख निकल गई।वो चीखी- आईई ईईईई मर गई… निकाल इसे मेरी चूत से।

यह हिन्दी सेक्स कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

मगर साहिल ने अपना लंड नहीं निकाला तो आयेशा ने मुझसे कहा- साहिल को बोल अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकालने को… वरना मैं मर जाऊँगी।

आयेशा पीछे हटने लगी तो मैंने आगे से उसे पकड़ते हुए साहिल से कहा- यार, उसका पहली बार है, तो थोड़ा धीरे से करो!

मैंने पीछे आकर उसे पकड़ लिया और उसके बूब्स मसलने लगी।
कुछ देर बाद जब दूसरा धक्का मारा तो लंड आधा चूत में चला गया।

पर इस बार आयेशा की चूत में से खून निकल आया और उसके आंसू भी निकल गए।

आयेशा खून देख कर घबरा गई पर मैंने उसे समझाया- पहली बार ऐसा होता है!

और साहिल ने एक दो धक्कों में अपने पूरा लंड आयेशा की चूत में डाल दिया और थोड़ी देर रुक कर धक्के लगाने लगा तो थोड़ी देर बाद आयेशा भी मस्त हो गई और साथ देने के लिए नीचे से अपनी गांड उछालने लगी।

वो बोल रही थी- अह्ह ह्हह जानू आह्हह्ह… चोद मुझे मेरी जान! आहह उफ्फ बहनचोद मज़ा आ रहा है, आज से मैं तेरी रंडी बन गई। मेरी जान और जोर से चोद अहाहा!

जब साहिल ने जोर जोर से आयेशा की चूत में धक्के लगाये तो वो अपने परम आनन्द पर पहुंच गई और निढाल हो गई।

फिर भी साहिल उसे चोदे जा रहा था।
तो आयेशा को चूत में दर्द होने लगा तो उसने साहिल को मना कर दिया।

फिर मैंने साहिल से कहा- अब इसे छोड़ दो और मेरी चूत में डाल!

तो साहिल ने लंड आयेशा की चूत में से निकाल लिया और मुझे सीधा लिटा कर अपने खून से भरे लंड को मेरी चूत पर रख कर धक्का लगाया तो फ़च की आवाज के साथ मेरी भी हल्की सी चीख निकल गई।

कुछ देर साहिल ऐसे रुककर मेरे बूब्स मसलने लगा तो थोड़ी देर में ही मुझे मज़ा आने लगा तो साहिल धक्के लगाने लगा।
वो भी जोर जोर से मेरा साथ देने लगा।

मेरे निप्प्ल भी बुरी तरह से कड़े हो गए थे, मुझे लगा कि अब मेरा पानी निकलने वाला है।

तभी साहिल जोर जोर से धक्के लगाने लगा और मैं भी नीचे से अपनी गांड उठाकर उसका साथ देनी लगी।

अब मैं भी साहिल को गलियां देने लगी- बहनचोद, चोद तेरी रखैल बहन को। फाड़ दे आज मेरी चूत को… अहह्ह हाह… जोर से चोद… साले दम नहीं है क्या! अहह्ह मेरे राजा, मैं झड़ने वाली हूँ!

फिर थोड़े धक्कों बाद मैं कांपती हुई शांत हो गई।
साहिल भी जोर जोर से धक्के मारता हुआ मेरी चूत में शांत हो गया।

हम आधे घंटे तक वहीं बेड पर पड़े रहे और एक दूसरे को देखते रहे।
थोड़ी देर बाद मैं सो गई लेकिन अचानक रात को…

आगे की कहानी जल्द लेकर हाजिर होऊँगी।
तब तक लड़कियाँ, भाभियाँ और आन्टियाँ अपनी चूत में उंगली करते रहिये और लड़के तो साले होते ही मादरचोद हैं उनका लंड तो कभी बैठता ही नहीं है।
तो जिनके पास चूत का जुगाड़ है वो चूत मारते रहे बाकि सब तो हाथगाड़ी ही चला सकते हैं।

उम्मीद है आप लोगों को मेरी भाई बहन की चुदाई की सेक्स कहानी पसंद आई होगी।
आप सभी के मेल का इंतज़ार रहेगा।
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