Latest Sex Stories

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-4

On 2011-02-13 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषिका : नीनू मुझे ससुराल में प्यास बुझाने का साधन मिल गया, पति तो था ही नाकारा ! वो मेरे पास रात के सिवा कम ही आता, वो जानता था उसमें कुछ नहीं है। सासू माँ मेरे पीछे पड़ गई कि पोता का मुँह दिखा ! पोते का मुँह कहाँ से दिखाती ! पति जानता […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-3

On 2011-02-12 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषिका : नीनू “दोनों ऊपर आ जाओ, मेहमान हो मेरे, फिर कहोगे भाभी ने बैठने को नहीं कहा।” राहुल बोला- साली, हम तो तेरे साथ लेटना चाहते हैं ! “यह हुई मर्द वाली बात, तुम दोनों कुत्ते हो और मैं तुम दोनों की कुतिया हूँ !’ मैंने पैंटी भी उतार फेंकी, एकदम चिकनी फ़ुद्दी देख […]

समधन का फ़ेमिली प्लानिंग-2

On 2011-02-11 Category: कोई मिल गया Tags: गांड

अगले दिन भी मुझे रात में किसी के चलने आवाज आई। चाल से मैं समझ गई थी कि ये सुरेश ही थे। वे मेरे बिस्तर के पास आकर खड़े हो गये। खिड़की से आती रोशनी में मेरा उघड़ा बदन साफ़ नजर आ रहा था। मेरा पेटिकोट जांघों से ऊपर उठा हुआ था, ब्लाऊज के दो […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-2

On 2011-02-11 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषिका : नीनू उसने और अंदर किया, फिर रुक कर और अंदर कर पूरा घुसा दिया। मैं हिम्मत करके सह गई, उसको नहीं रोका। जल्दी वो भी आराम से रगड़ने लगा और मुझे मजा आने लगा। आधे घंटे बाद जब वो रुका तो मैं संतुष्ट थी, मैंने उसके होंठ चूम लिए। “पसंद आया तुझे?” “बहुत […]

समधन का फ़ेमिली प्लानिंग-1

मेरा नाम सोनाली, मैं कानपुर, उत्तर प्रदेश की हूँ। मेरी कहानी सच्ची है। मैं अन्तर्वासना को करीब दो वर्ष से पढ़ रही हूँ। मुझे भी लगा कि मैं अपनी दास्तान अपने अन्तर्वासना के पाठकों तक पहुचाऊं। मैं लेखिका नेहा वर्मा को अपनी कहानी भेज रही हूँ। मेरी शादी के बाद दो बच्चे पैदा हुए। उसके […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-1

On 2011-02-10 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषिका : नीनू मेरा नाम नीनू है, मैं पंजाबन हूँ, मेरी उम्र इस वक़्त सताईस साल की है, मैं बहुत गर्म, प्यासी, चुदाई की भूखी किस्म की औरत हूँ, इसकी वजह है मेरी शादी लेट होना ! कहते हैं कि मैं मंगलीक हूँ इसलिए मेरी शादी देर से हुई। मैं बहुत खूबसूरत हूँ, कितने ही […]

कम्मो बदनाम हुई-2

ताऊजी ने मेरी चूत को पहले तो अपने हाथों से सहलाया और फिर अपना मुंह नीचे करके उसे सूंघा और फिर उस पर अपने होंठ टिका दिए, मेरी सिसकारी निकल गई.

जवानी चार दिनों की-3

On 2011-02-09 Category: कोई मिल गया Tags:

लेखक : राज कार्तिक चौकीदार के जाते ही मैंने दरवाजा अंदर से बंद किया और पकड़ कर पायल को अपनी बाहों में भर लिया। “बहुत बेताब हो मुझे चोदने के लिए…?” पायल के मुख से यह ‘चोदना’ शब्द सुन एक पल को तो मैं हैरान रह गया लेकिन मैं बोला- मेरी जान कल रात से […]

कम्मो बदनाम हुई-1

मैं पूरी 18 की हो चुकी हूँ। मेरी चूत में खुजली तो बहुत पहले से ही शुरू हो गई थी पर अब बर्दाश्त से बाहर हो गया था। हर समय चूत में चींटियाँ से रेंगती रहती थी और लगता था अंदर कोई छोटी सी मछली फड़फड़ा रही है।

जवानी चार दिनों की-2

On 2011-02-08 Category: कोई मिल गया Tags:

लेखक : राज कार्तिक “लगता है तुम्हें भी ठण्ड लग रही है…!” वो मेरे कान में फुसफुसाई और बिना मुझसे पूछे ही उसने अपनी शाल मुझ पर भी ओढ़ा दी। मैंने हाथ बढ़ा कर अपना हाथ उसके हाथ पर रखा तो उसने भी मेरा हाथ पकड़ लिया। अब कोई गुंजाइश नहीं बची थी। मैं कुछ […]

जवानी चार दिनों की-1

On 2011-02-07 Category: कोई मिल गया Tags:

लेखक : राज कार्तिक दोस्तो, मैं राज एक बार फिर से आपके पास अपनी मस्ती की दास्ताँ लेकर आया हूँ। कहानी ज्यादा पुरानी नहीं है। जैसे भगवान पहले छप्पर फाड़ कर देता था इस बार भी दिया। कहानी की शुरुआत तब हुई जब मैं अपने एक दोस्त की शादी में जालंधर (पँजाब) गया था। तो […]

वक़्त से पहले और किस्मत से ज्यादा-2

On 2011-02-06 Category: चुदाई की कहानी Tags:

आपने मेरी कहानी का पहला भाग वक़्त से पहले और किस्मत से ज्यादा पढ़ा होगा। वो रात कैसे गुजर गई पता ही नहीं चला। कॉलेज के बाद पहली बार पूरी रात जागते हुए गुजरी थी, परीक्षा के दिनों की याद ताज़ा हो गई जब पूरी पूरी रात जागते हुए गुजर जाती थी और सुबह अगर […]

बुद्धू धीरे धीरे डालना

On 2011-02-05 Category: पहली बार चुदाई Tags:

दीपेन कुमार अन्तर्वासना पढ़ने वाले सभी मित्रों को नमस्कार ! मेरा नाम रोहन है, मैं भी अपने जीवन में घटी कुछ मजेदार बातें आप सभी के साथ करना चाहता हूँ। मेरी जीवन में जो सबसे पहला चुदाई का मौका आया उस समय तो मुझे सेक्स के बारे में कुछ ज्ञान भी नहीं था। बात उन […]

बेइन्तिहा मुहब्बत

On 2011-02-04 Category: चुदाई की कहानी Tags:

दोस्तो, मैं अर्पित एक बार फिर से आप के पास अपनी जिंदगी के कुछ यादगार लम्हे बांटने आया हूँ… आप सबने मेरी पिछली कहानियों में मेरे पहले प्यार के बारे में पढ़ा और मुझे ऐसे बहुत सी मेल मिली जिनमें आगे की दास्ताँ के बारे में पूछा गया… तो चलिए एक बार फिर आप सब […]

आंटी के लिए वासना-2

On 2011-02-03 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : अंशु आंटी बोली- अंशु बेटा, कहाँ लगी? चलो, रोते नहीं ! चलो उठो ! मैंने अपने दोनों हाथ उनके कंधों पर रख लिए और उनके खुले हुए वक्ष से चिपक कर रोने लगा। फिर हम दोनों धीरे धीरे आंटी के बेडरूम जाने लगे, बेडरूम बाथरूम के बगल में था। चलते चलते मैंने अपने […]

आंटी के लिए वासना-1

On 2011-02-02 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : अंशु मेरा नाम अंशु है, 23 साल का लड़का हूँ। मेरा लण्ड 7 इंच लम्बा और दो इंच मोटा है। मेरा हमेशा से ही लड़कियों और आंटियों के साथ सेक्स करने का मन करता रहा है, ख़ास तौर से आंटियों के प्रति कुछ ज्यादा ही वासना रही है। आज मैं आपको अपने जीवन […]

गोवा में सर्विसिंग

On 2011-02-01 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषिका : माया रानी मैं पिछले कई दिनों से यह कहानी लिखने की सोच रही थी पर घए में कभी इतना एकान्त नहीं मिला। आज लिखती हूँ, कोशिश करुँगी कि पूरी हो जाये, इसलिए शोर्ट में ही है। मैं अपने पति के साथ ही गोवा घूमने गई थी, हम वहाँ चार दिन रुके। जिस होटल […]

एक दूसरे में समाये-3

इशानी मचलने लगी और उसने अपनी टांगें चौड़ी कर के मेरे लिए जगह बना दी.. मैं अपना लिंग उसकी योनि पर रगड़ रहा था और इशानी अपनी आँखें बंद किए हुए उन मादक क्षणों का पूरा आनन्द ले रही थी...

एक दूसरे में समाये-2

सेक्स का ज्ञान न तो मुझे ही था और न ही इशानी को.. यह सब उत्तेजना में अपने आप ही होता जा रहा था.. उसकी योनि को मुँह में भरते ही इशानी के मुँह से चीख निकल गई और उसने मेरे सर के ऊपर अपने दोनों हाथों को रखा और अपनी योनि पर दबाने लगी..

एक दूसरे में समाये-1

उसने जो बोला, सुन कर मेरे होश ही उड़ गए.. उसने मुझे बताया कि वो बचपन से ही मेरे बारे में सिर्फ अच्छा ही सुनती आ रही है और मन ही मन मुझे प्यार करती है...

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