Latest Sex Stories

पहला आनन्दमयी एहसास -1

उसने काले रंग का सूट पहन रखा था और उसमें वो और भी खूबसूरत नज़र आ रही थी। उसने मुझे अन्दर बुलाया, दरवाजा बंद कर दिया और बोली- अन्दर कमरे में आ जाओ...

चस्का चाची की चूत चुदाई का

पवन ने चाची के पेटीकोट की डोर भी खोल दी और चाची अब सिर्फ पैंटी में पवन की बाहों में लिपटी हुई थी। चाची ने अब छूटने की कोशिश भी बंद कर दी थी।

तेरी याद साथ है-9

On 2011-03-20 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने उसका हाथ पकड़ा और वापस अपना मुँह उसकी चूत से लगा दिया और उसकी चूत की खुशबू लेते हुए अपना काम चालू कर दिया। उसकी आवाजें बढ़ने लगी थीं… मुझे डर लगने लगा कि कहीं कोई सुन न ले। लेकिन मैं रुका नहीं और चूत की चुसाई जारी रखी। “ह्म्म…ह्म्म… […]

तेरी याद साथ है-8

On 2011-03-19 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने अपनी हथेली को उसके जांघों से ऊपर सरका दिया और धीरे धीरे ज़न्नत के दरवाज़े तक पहुँचा दिया। उफ्फ्फ्फ़…इतनी गर्मी जैसे किसी धधकती हुई भट्टी पर हाथ रख दिया हो मैंने…मेरे हाथ उस जगह पर ठहर गए और मैंने उसकी चिकनी चूत को सहला दिया। “ह्म्म्मम्म…उफ्फ्फफ्फ्फ़”…प्रिया के मुँह से एक […]

तेरी याद साथ है-7

On 2011-03-18 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मेरा लण्ड फिर से शरारत करने लगा और अपन सर उठाने लगा। मैं ऐसी तरह से बैठा था कि चाह कर भी अपने लण्ड को हाथों से छिपा नहीं सकता था। लेकिन लण्ड था कि मानने को तैयार ही नहीं था। मैंने मज़बूरी में अपने हाथ को नीचे किया और अपने […]

तेरी याद साथ है-6

On 2011-03-17 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी अपने कमरे में पहुँचा और कपड़े बदलकर एक हल्की सी टीशर्ट और शॉर्ट्स पहन लिया। घड़ी पर नज़र गई तो देखा 9 बज रहे थे। दीदी कहीं दिखाई नहीं दे रही थी। तभी किसी के चलने की आहट सुनाई दी। मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो रोज़ की तरह प्रिया मुझे […]

दोपहर में पूजा का मजा-4

“क्या चूत के बाल साफ कर रही थी जो कट गई?” “ह हाँ भाभी।” “तो इसमें शर्माने की क्या बात है? मैंने भी आज सुबह ही बनाये हैं, दिखाओ, मैं साफ करती हूँ।” “नहीं भाभी, मैं कर लूगीं।” “नहीं क्या ! मैं भी तो देखू मेरी ननद की चूत कैसी है !” और कहते हुए […]

तेरी याद साथ है-5

On 2011-03-16 Category: पड़ोसी Tags:

आपने मेरी कहानी के पहले चार भाग पढ़े ! अब आगे- तभी बाहर से घंटी की आवाज़ आई और हम तीनों चौंक गए… “रिंकी… रिंकीऽऽऽऽऽ… दरवाज़ा खोलो !” यह प्रिया की आवाज़ थी… हम लोग सामान्य हो गए और अपनी अपनी जगह पर बैठ गए… रिंकी ने दरवाज़ा खोला और प्रिया अंदर आ गई…अंदर आते […]

दोपहर में पूजा का मजा-3

प्रेषक : राज कौशिक मैं बोला- पूजा, दर्द होगा। “पता है पर तुम बस डालो अब।” “ठीक है !” और मैंने एक झटका मारा पर लण्ड फिसल कर गाण्ड के छेद से जा लगा। “आह ! क्या कर रहे हो राज?” मैंने एक तकिया लेकर उसके कूल्हों के नीचे रख दिया, अब चूत का छेद […]

रद्दीवाला और उसका साथी

प्रेषक : गाण्डू सनी शर्मा पाठकों के लण्ड को स्पर्श करते हुए आपका यह प्यार गाण्डू नमस्कार करता है, प्रणाम करता है। मैं एक बार फिर से अपनी मस्त चुदाई लेकर हाज़िर हूँ। सर्दी का मौसम है, ऐसे मौसम में चुदाई करवाने का दिल और करता है। सभी जानते हैं कि आजकल मैं जालंधर में […]

दोपहर में पूजा का मजा-2

On 2011-03-15 Category: जवान लड़की Tags:

फिर हम रोज बात करने लगे और कई बार फोन सेक्स भी किया। बस अब मैं उसे चोदने का मौका देख रहा था। क्यूँकि पूजा की चूत भी चुदने को बेताब थी। वो फोन पर कहती तुम्हें देखने का मन कर रहा है तो मैं कभी उसके स्कूल में कभी घर की गली में चक्कर […]

डाण्डिया से दिल तक

On 2011-03-14 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : जीत फ़्रॉम भुज सबसे पहले मैं अन्तर्वासना के सभी पाठकों को अपना परिचय देना चाहूंगा, मेरा नाम जीत है। मैं एक 21 साल का युवक हूँ। मेरी लम्बाई 5’6″ इंच है और मेरे लोड़े की लम्बाई 6 इंच से ऊपर है अगर आपको तसल्ली करनी हो तो आपको खुद को ही पकड़ कर […]

दोपहर में पूजा का मजा-1

दोस्तो, नमस्कार! मैं राज कौशिक एक बार फिर अपनी कहानी आपके सामने पेश कर रहा हूँ। इससे पहले आप मेरी कई कहानियाँ अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ चुके हैं। सभी पाठकों को मेल करने के लिए धन्यवाद। अपने बारे में तो बता ही चुका हूँ। मेरे पिता जी तीन भाई है दोनों पिता जी से […]

मेरी दीदी लैला -5

On 2011-03-12 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

विक्की ने अपने हाथ से मेरे चूतड़ थोड़े से खोले और दरार को चौड़ा किया, फिर मेरे छेद पर अपना मुँह लगा दिया और जीभ से मेरी गाण्ड का छेद चाटने लगा। मेरे छेद पर विक्की की जीभ लगते ही मेरी गाण्ड में करंट सा दौड़ने लगा

मेरी दीदी लैला -4

भैया बोले- अब बन मत ! मुझे बंटी ने बता दिया था कि वो तेरी गाण्ड लेता है और तुझे भी खूब मजे आते हैं गाण्ड मरवा के ! और बंटी ने मुझसे रिक्वेस्ट की थी कि लैला का गाण्ड देने का बहुत मन करता है सो मैं तेरी गाण्ड ले लिया करूँ।

मेरी दीदी लैला -3

On 2011-03-10 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

लैला दीदी – एक सफर – मासूम लड़की से लंड की प्यासी-1 नमस्ते दोस्तो, आशा करता हूँ कि आप लोग मुझे अभी तक भूले नहीं होंगें, मैं रजत, पंजाब से। आपने मेरी कहानी दो भागों में पढ़ी और मुझे ढेर सारे मेल किये। कुछ मेल जिनका मुझे लगा कि जवाब देना चाहिए मैंने उनका जवाब […]

कब जुदा होंगे

On 2011-03-09 Category: पड़ोसी Tags:

मेरा नाम संगीता है। मैं गुजरात के धोलका नामक शहर से हूँ. मेरा रंग गोरा, बदन 38-28-36 है, जिससे दिखने में तो कोई भी मुझे खूबसूरत कह सकता है। घर में मेरे अलावा मम्मी-पापा और मेरा भाई है जो मुझ से दो साल छोटा है। राजपूत परिवारों में लड़की पर बहुत सारे बंधन होते हैं […]

अक्षतयौवना अंजलि का स्वैच्छिक समर्पण-2

अक्षतयौवना अंजलि का स्वैच्छिक समर्पण-1 वैसे तो मैं अंजलि के पति का बड़ा भाई हूँ पर अपनी चाँद सी भाभो के शादीशुदा होते हुए भी अभी-अभी संज्ञान में आए उसके पूर्ण परिपक्व कुँवारे नारी शरीर और अनभोगे, सुडौल, बेहद कड़े और भरपूर उभरे आसमान छूती गर्म चूचियों के सानिध्य से मेरा दिल विषय-वासना के ज़्वार-भाटे […]

अक्षतयौवना अंजलि का स्वैच्छिक समर्पण-1

बड़े भाई की बीवी यानि भाभी के साथ सेक्स की कहानियां तो बहुत हैं पर छोटे भाई की पत्नी के साथ यौन सम्बन्ध विरले ही सुनने को मिलते हैं। ऐसी ही कहानी है यह…

सब्जी वाले से सेक्स-2

सब्जी वाला मेरी पीठ पर हाथ फ़ेरकर बोला- बेटी, तू तो बड़ी जबर्दस्त चुदक्कड़ है! मेरा आशीर्वाद है कि तेरी चूत और फ़ूले-फ़ले, इसकी चुदास बढ़े! इसे लण्डों की कभी कमी न हो। सदा चुदागन रहो।

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