नन्दिता की नशीली चुदाई

(Meri School Girl Friend Ki Nashili Chudai)

Antarvasna 2015-04-28 Comments

मेरी उम्र 22 साल है और फ़ेसबुक.. वी-चैट.. व्हाटसैप जैसी चीजों पर काफ़ी ध्यान लगाता हूँ। मैं पढ़ने में बहुत अच्छा हूँ और दिखता भी ठीक-ठाक हूँ। मेरी एक गर्ल-फ्रेंड थी.. जिसकी उम्र मुझसे केवल 7-8 महीने ही कम थी। हम दोनों एक ही स्कूल में जाया करते थे.. जहाँ से हमारी लवस्टोरी चालू हुई.. मेरी गर्ल-फ्रेंड का नाम नन्दिता है.. वो बहुत ही समझदार लड़की थी.. जो बातों को बहुत अच्छे से समझ जाती थी।

हम दोनों एक-दूसरे को गुपचुप तरीके से लव करने लगे थे। जब मैं स्कूल में था और वो मेरी क्लास में ही थी.. तब मैंने उसे प्रपोज़ कर दिया था और उसने मेरा प्यार स्वीकार कर लिया था।
यहाँ से हमारी लव स्टोरी चालू हो गई थी। जब हम स्कूल से पास आउट हुए थे.. तब एक फेयरवेल पार्टी हुई थी.. जहाँ पर हमारे सारे फ्रेंड्स और टीचर्स आए थे।
मेरी गर्ल-फ्रेंड उस पार्टी की मेजबान बनी थी और उसने उस दिन ऐसी ड्रेस पहन रखी थी जिससे सबके लंड खड़े हो गए थे।

यहाँ तक हमारे टीचर्स के लंड भी खड़े हो चुके थे.. उसने उस दिन काले रंग की साड़ी पहन रखी थी और उसने साड़ी को अपनी नाभि से 5-6 इंच नीचे पहन रखी थी।
उसकी नाभि कैटरीना कैफ़ जैसी थी.. बिल्कुल डीप और सेक्सी.. और उसके जालीदार पल्लू से वो नाभि साफ़ दिख रही थी.. जो उसकी कामुकता को दिखाने में सोने पर सुहागा का काम कर रही थी।
उसके मम्मों की साइज़ भी बहुत बड़ी थी ब्लाउज से उसके मम्मों का क्लीवेज बहुत ही गहरा दिख रहा था और पतले कपड़े के ब्लाउज से उसके कड़क निप्पल भी उजागर हो रहे थे.. जिससे मेरी नजर उधर से हट ही नहीं रही थी और मेरा लंड ऐसा कड़क हुए जा रहा था कि कुछ पूछो मत।
उसकी गाण्ड भी बहुत ही उठी हुई और बिल्कुल सेक्सी और कामुक लग रही थी।
उसका 36-24-36 का फिगर तो था ही इतना सेक्सी और बिल्कुल कर्वी.. कि किसी का भी मन उसे पाने के लिए ललचा सकता था।

जब पार्टी खत्म होने वाली थी.. तब हम सबने जम कर डान्स किया और सारे स्टूडेंट्स अपने दोस्तों के साथ स्टेज पर चढ़ कर नाचने लगे और मैं भी नन्दिता के साथ डान्स करने लगा।

मैंने उसकी पिछाड़ी पर हाथ रख कर अपनी तरफ खींचा और उसके मम्मों का अपने सीने से मिलन करवा दिया।

वो बोली- ये क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- अरे ऐसे ही डान्स.. कर रहा हूँ।
वो समझ गई थी कि मेरा क्या इरादा है जैसे अब तक वो सब कुछ समझ ही जाती रही थी।

फिर पार्टी खत्म होने के बाद वो मेरी बाइक पर बैठ कर मैं उसे उसके घर ड्रॉप करने जाने लगा.. वो मेरी कमर में हाथ डाल कर बैठी मुझे।
तभी रास्ते बीच में वाइन शॉप आई.. वो मुझसे बोली- चलो आज की रात बीयर पी लेते हैं।
मैंने पूछा- तुम बीयर पीती हो..??
तो उसने कहा- हाँ मैं तो पीती हूँ.. तू नहीं पीता क्या..?
तो मैं हँस पड़ा और मैं जल्दी से भाग कर दो बोतल बीयर लेकर आ गया।

हम दोनों ने वो तेज नशे वाली बीयर गटागट पी ली.. अब हम दोनों बिल्कुल नशे में थे.. क्योंकि मैंने तेज नशे वाली बियर ली थी।
उसने मुझको बाइक पर पीछे बैठे हुए काफी सख्ती से जकड़ लिया और अचानक अपने हाथ आगे लाकर मेरे लंड को सहलाने लगी।

मैंने कहा- अरे ये क्या कर रही हो?
तो उसने कहा- ग़लती से लग गया.. सॉरी..
फिर मैं समझ गया और मैंने उससे कहा- तुमने कभी सेक्स किया है?
तो उसने कहा- नहीं यार.. तू बता ना कैसे करते हैं।
‘अभी बताता हूँ..’

फिर मैं 100 की स्पीड से अपनी बाइक पर उसको अपने घर ले गया और हम दोनों सोफे पर बैठ गए।
उसने नशे में टुन्न आवाज में कहा- यार, मुझको ये सब सही नहीं लग रहा।
मैंने कहा- डार्लिंग.. आज के ज़माने में सब सही है।
तो उसने कहा- चलो ठीक है..।

फिर मैंने उसकी साड़ी को धीरे-धीरे खोलने लगा.. तो वो बोली- इतना भी क्या बेसबर हो रहे हो?
तो मैंने कहा- तेरी जवानी को चखने में मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा बेबी..

उसने मेरे हाथ को पकड़ कर अपनी ओर खींचा और मेरे होंठों पर अपने होंठों से चुम्बन किया और फिर हम दोनों के होंठ चिपके ही रहे.. ऐसा 4 मिनट तक चलता रहा।

फिर उसने मेरा जिप खोल कर लंड को हिलाना चालू कर दिया और मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया। उसका ब्लाउज खोलते ही उसके मम्मे स्प्रिंग की तरह पर उचक कर बाहर आ गए और उसके आम देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया। तभी उसने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया, मैं उसके मम्मों पर हाथ रख के मसलने लगा।

वो भी अब पूरे जोश में मेरा लंड चूसने लगी।
कुछ देर अपना लवड़ा चुसवाने के बाद मैंने कहा- अब मेरी बारी है।
फिर मैंने उसको काउच पर लिटा दिया और उसकी पूरी साड़ी खोली और उसकी पैन्टी गीली हो चुकी थी। उसकी पैन्टी को मैंने अपने मुँह से पकड़ कर निकाल दिया और फिर चाट कर फेंक दिया।
अब मैं उसकी चूत चाटने लगा।

अपने होंठों से उसकी चूत के दाने को खींचने लगा.. वो चिल्लाने लगी- ओहई आह.. अहह..यआह.. बेबी.. ओह.. ऐसे मत चाटो.. मैं अभी ही झड़ जाऊँगी.. थोड़ा धीरे से.. आवहह.. या..

इससे मैं और जोश में आकर चूसने लगा फिर मुझे लगा इसमें इतना मज़ा नहीं आ रहा।
फिर मैंने कहा- चलो आज तुम्हारी चूत के अन्दर कुछ मस्त चीज डाल कर चाटूँगा।
मैं फ्रिज से थोड़ी सी आइसक्रीम लेकर आया और उसकी चूत के ऊपर रख कर चाटने लगा। थोड़ी सी क्रीम उसको भी टेस्ट करा दी.. जिससे वो सिसिया कर बोली- ओह बेबी.. और थोड़ा सा दो न..
फिर मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली डाल कर अच्छे से क्रीम को निकाला और उसके मुँह में दे दिया।

अब मैंने अच्छी तरह उसकी चूत चाट कर उसमें से आइसक्रीम साफ़ की.. फिर मैंने उसके निप्पल को अपने लण्ड से सहलाया और उसके निप्पल को अपने दाँतों से काटने लगा.. तो वो चिल्लाने लगी।

नन्दिता- अईया आह.. बेबी.. नो ये मत करो याअसस्स..

फिर मैंने उसकी चूत पर थूक मारा और अपना 5″ का लवड़ा चूत पर टिका कर अन्दर ठेल दिया।
उसकी चूत की सील खुली नहीं थी तो मुझको ऐसा लगा कि मेरा लंड छिल जाएगा.. इतनी टाइट चूत थी वो।
लेकिन फिर मैंने उसकी चूत में थोड़ा सा तेल लगा कर दुबारा लौड़ा अन्दर डाला जिससे उसकी चूत की सील खुल गई और फिर मैंने उसकी चुदाई चालू कर दी।

वो चिल्लाने लगी- आअहा.. साले फाड़ दी..

तो मैंने उसके होंठों पर चुम्बन किया और दस मिनट उसकी चूत की तक नॉन-स्टॉप चुदाई की।
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाल कर उसके मुँह में दे दिया और वो लण्ड चाटने लगी।
इस बार मैंने उसको 69 की अवस्था में कर लिया था और मैं उसकी चूत चाट रहा था.. और वो मेरा लंड चूस रही थी जिससे हम दोनों ही बहुत मज़े ले रहे थे..

फिर मैंने उसको अपनी जाँघ पर बैठा कर मेरे लंड की सवारी करने को बोला।
उसने नशे की झोंक में मुझसे कहा- आज तुम मेरी गाण्ड भी मार लो..

तो मैंने उसकी गाण्ड पर तेल लगाया और उसकी गाण्ड के छेद में पहले तो अपनी ऊँगली डाल दी.. जिसे उसकी गाण्ड थोड़ी खुल जाए।
वो साली ऊँगली से ही चीखने लगी। मैंने उसके होंठों को चुम्बन किया.. जिससे उसकी आवाज़ नहीं निकल पाए।
फिर मैंने गाण्ड के अन्दर अपना लंड डाल दिया और धीरे-धीरे उसकी गाण्ड चुदाई करने लगा।

फिर उसने मेरी तरफ देख कर बोला- बेबी ज़ोर से..

तो मैं फुल-स्पीड में धकापेल चुदाई करने लगा और जबरदस्त चुदाई से ‘ठप.. ठप..’ की आवाजें आने लगीं.. जैसे कि कोई तालियां बजा रहा हो..।
फिर 5 मिनट की गाण्ड चुदाई के बाद उसकी गाण्ड गरम हो गई थी.. तो मैंने उसको उधर से उठा कर अपने मुँह के ऊपर बैठा लिया और उसकी गाण्ड चाटने लगा।
उसकी गाण्ड बिल्कुल गोरी और टेस्टी थी.. फिर उसकी गाण्ड को अपने थूक से गीला करके उसे वापिस लंड के ऊपर बैठा लिया। मैं फिर उसकी गाण्ड चुदाई करने लगा वो बोलने लगी।

नन्दिता- ओह बेबी.. तुम इतना अच्छा चोदते हो.. मुझको तो लगा ही नहीं था कि तुम मुझे इतना मज़ा दोगे.. वाह.. बेबी वाह.. और जोरों से चोदो मुझे.. आज तुम मेरी गाण्ड फाड़ दो.. आह्ह..

फिर मैंने और ज़ोर से चोदना चालू कर दिया.. करीब 50-60 धक्कों के बाद मेरा लंड पूरा का पूरा उसकी गाण्ड में चला गया औरवो बोली- अहह.. उईईईईईई.. चोद.. साले मेरी गाण्ड.. आअह आह.. बेबी।

मैंने उस वक्त उसकी नाभि पर भी चुम्बन किया.. उसकी नाभि बहुत ही सेक्सी थी। उसमें से बहुत अच्छी खुश्बू आ रही थी। उसकी नाभि भी काफ़ी गहरी थी.. तो मैंने अपना लंड उसकी नाभि में थोड़ा सा डाला।

तो वो हँसने लगी और बोली- बहनचोद.. गाण्ड और चूत से खुशी नहीं हुई तुझे.. जो नाभि से मन भर रहा है..
तो मैंने कहा- नहीं जान.. ये तेरी नाभि ही ऐसी है.. कि मेरे मुँह से पानी आ गया।

मैंने उसकी नाभि को अच्छी तरह से चूसा। कुछ देर तक मस्ती करने के बाद मैं उसको उसके घर छोड़ आया।

इसके बाद तो जैसे नन्दिता की चूत मेरे लवड़े की रखैल बन गई थी। मैंने उसे कई बार चोदा..
तो दोस्तो, यह मेरी सच्ची कहानी थी मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को अच्छी लगी होगी।
प्लीज अपने कमेंट्स जरूर लिखिएगा।

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