भाभी का नंगा गोरा बदन

(Bhabhi Ka Nanga Gora Badan)

राहुल राय 2015-04-13 Comments

दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्ते, मैं राहुल हूँ, मेरी उम्र 25 साल है, रंग गोरा है।

मैं आपके लिए अपनी और मेरी भाभी की कहानी लाया हूँ, यह मेरी पहली कहानी है।

मेरी प्यारी भाभी का नाम आरती है, वो बहुत सुन्दर और गोरी है, भैया प्रॉपर्टी का काम करते हैं, वो घर से बाहर ही रहते हैं, घर पर मैं, भाभी मॉम-डैड रहते हैं, मुझे सेक्स में बहुत दिलचस्पी है, सेक्सी मूवीज देखना, करीना कपूर, कैटरीना कैफ़, सोनाक्षी सिन्हा, आलिया भट्ट, ऐश्वर्या राय, बिपाशा बसु, प्रियंका चोपड़ा अदिति राव जैसी एक्ट्रेस को नंगी देखना… उफ्फ! मैं अपने रूम में सनी लियोनी की सेक्सी मूवी देख कर अपना प्यारा लिंग सहलाता रहता था, अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है।

धीरे धीरे मैं अपनी भाभी को चाहने लगा, उनका गोरा बदन, रसीली चूचियाँ, प्यारे प्यारे चूतड़ क़यामत हैं। जब भी भाभी साड़ी पहनती तो मेरे मन में भाभी को प्यार करने के अरमान जग जाते थे, हर पल भाभी को देखने का मन करता।

एक दिन बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था, मैं भाभी के बाथरूम में जाने लगा, रूम में भाभी नहीं थी, अचानक भाभी बाथरूम से बाहर निकली मैं तो भाभी को देखता ही रह गया!
गीले बाल, गोरी बाहों से पानी टपक रहा था, भाभी बोली- राहुल, यहाँ क्या कर रहे हो?

तो मैंने बताया- पानी नहीं आ रहा बाथरूम में…

तो भाभी ने कहा- तो तुम यहाँ नहा लो।
और मुस्कुरा कर चली गई।

मैं जल्दी से बाथरूम में आया और नंगा हो गया फिर मैंने देखा कि भाभी की ब्रा और पैंटी टंगी है। मैंने पैंटी को सूंघा तो बहुत मस्त महक थी, मेरा लण्ड खड़ा हो गया, मैंने लण्ड को भाभी की पैंटी से रगड़ना शुरू किया, थोड़ी देर में मेरा रस निकल गया, बहुत मज़ा आया।
फिर मैं जल्दी से नहाया और बाहर आ गया।

अब तो मैं और पागल हो गया भाभी को चोदने के लिए, भाभी के साथ काम करवाते वक्त मैं भाभी के चूतड़ों पर हाथ फेर देता था और लिंग को भी छुआ देता था, भाभी कुछ नहीं कहती थी।

एक दिन हम दोनों टीवी देख रहे थे, भाभी बोली- मैं नहा लूँ, फिर आती हूँ।

और मुस्कुरा कर चली, मैंने सोचा कि भाभी को नहाते हुए देख लूँ, पहले भी मैंने भाभी को नहाते देखा था तो थोड़ी देर में मैं भी भाभी के रूम में गया, भाभी भी नहा रही थी, मुझे पता था कि भाभी रूम में ही आकर कपड़े पहनती हैं तो मैं की-होल से भाभी को देखने लगा।

भाभी मस्त होकर नहा रही थी, अपने गोरे बदन को सहला रही थी।
जब भाभी नहा ली तो मैं रूम में ही छुप गया भाभी के बेड के पीछे… मेरे दिल की धड़कनें बढ़ गई… कसम से दोस्तो, मैं बहुत गर्म हो गया।
भाभी बाहर आई… उफ्फ्फ…! क्या लग रही थी… टावल में थी… गोरी बाहें, जांघें गीली थी, बालों से पानी टपक रहा था। इनकी चूत कैसी होगी, यही सोच रहा था मैं!

भाभी आईने के सामने बैठ गई और खुद को संवारने लगी।

मैंने धीरे धीरे अपने कपड़े उतार दिए और लिंग को सहलाने लगा भाभी को देख कर…
भाभी बालों में कंघी करके बेड पर आ गई और टावल को खोल दिया।
उफ्फ… उनकी नंगी गोरी कमर मेरे सामने थी… जी कर रहा था कि अब जाकर भाभी को चूम लूँ…

भाभी ऐसे ही लेट गई, उनकी चूचियाँ हाय रे… सन्नी लियॉन जैसी… अअअह गोरी मुलायम चूचियाँ…

भाभी ने लोशन की शीशी में ऊँगली करके अपनी चूत में डाल दी और जोर जोर से हिलाने लगी।
भाभी बहुत प्यासी थी।

मेरे कान तो तब खड़े हो गए जब भाभी ने बोलना शुरू किया- राहुल… अपनी भाभी को चोद दे…

उफ्फ्फ्फ़!! भाभी अपनी आँखें बन्द करके बड़बड़ा रही थी!

अब मेरा डर दूर हो गया और ख़ुशी भी हुई, अब मैंने सोच लिया कि यही मौका है, मैं धीरे से बेड के पीछे से निकल कर भाभी के सामने आया और भाभी की जांघों को चूम लिया।
मेरे चूमते ही भाभी ने आँखें खोली तो भाभी डर गई और खुद को छुपाने लगी।
मैंने भी जल्दी से भाभी को अपनी बाहों में भर लिया।

भाभी भी डर से सहमी थी, मुझे भाभी डराने लगी- यहाँ कैसे आये? तुम्हें शर्म नहीं आती? ये सब क्या कर रहे हो?

तो मैंने बताया- भाभी, मैं आपको शुरू से ही पसन्द करता हूँ, आज मौका मिला है प्यार करने का और आप भी मेरे नाम की ऊँगली कर रही हो… भाभी, आप बहुत सुन्दर हो, मैं आपसे प्यार करना चाहता हूँ।

भाभी ने तौलिये से अपना सेक्सी बदन छुपा लिया और मैं नंगा था, मेरा लिंग मस्त होकर हवा में लहरा रहा था, भाभी मेरे लिंग को ही देख रही थी।

मैं भाभी की टाँगों को पकड़ने लगा तो वे बोली- भाग जाओ यहाँ से… नहीं तो मैं तेरे भैया को बता दूँगी।

मुझे पता था कि भाभी मुझे डरा रही हैं पर मैं भाभी से दूर नहीं हुआ, मैंने सेक्सी बातें की- भाभी, आप बहुत मस्त हो, आपकी चूचियाँ चूतड़ कूल्हे मुझे बहुत पसन्द हैं। एक बार भाभी, मुझ पर दया करो… भाभी, आपको बहुत मज़ा दूंगा।

भाभी धीरे धीरे मुस्कुरा रही थी, मैं भी जोश में आ गया और भाभी से चिपक गया और चूमने लगा।

उफ्फ्फ… पहला एहसास था यह मेरा… भाभी बहुत नरम थी मेरा लिंग भाभी के चूतड़ों में सट गया।
क्या मस्त गदेदार चूतड़ थे…

भाभी सिसकारियाँ लेने लगी।

‘भाभी, आप चुदना चाहती थी ना मुझसे?’

भाभी ने कहा- बहुत जल्दी समझ गए राहुल… मैं तो कब से इंतज़ार में थी, तुम ही नहीं कुछ कर रहे थे?

‘मैं क्या करू भाभी… आपको नंगी तो बहुत देखा, पर चोदने की हिमत नहीं हुई!!’

भाभी- हाँ मुझे पता है, तुमने मुझे नंगी देखा है पर उससे पहले मैंने ही तुम्हें नंगा देखा है।

मैं शॉक था कि कैसे!!

तो भाभी ने बताया- जब तुम नहाने आये थे और पैंटी में मुठ भी मारी थी, मुझे बहुत अच्छा लगा।

मैं जोर जोर से भाभी को दबाने लगा तो भाभी बोली- आराम से करो ना… आआअह, दर्द हो रहा है।

‘भाभी, बहुत प्यास है आपके लिए… बहुत दिन में बुझेगी या नहीं पता नहीं… आआआअह… आप बहुत नशीली हो!’
मैं जगह जगह भाभी को चूमने लगा, भाभी की चूचियों के निपल्स चूसता और काटता, फिर धीरे धीरे भाभी के गोरे पेट को चूमता हुआ भाभी के खजाने पर यानि चूत पर आया और आते ही चूत को मुँह में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगा।
मुझे मज़ा भाभी की सिसकारियों से आ रहा था।

भाभी मेरा लिंग सहला रही थी, मैं लेट गया और भाभी को ऊपर आने को कहा, मैंने भाभी के चूतड़ अपनी तरफ किये और चूमे, साथ ही दबा भी रहा था।
भाभी मेरा लिंग हाथों से सहला रही थी, मैंने भाभी को चूमने को कहा तो भाभी ने मना कर दिया।
मैं तो भाभी के चूतड़ों को खूब चाट रहा था पागलों की तरह…

फिर मैंने भाभी को फ़ोन से सेक्सी मूवी दिखाई, उसमें लड़की पहले आदमी के मुँह पर अपने चूतड़ों को रखती है, फिर उसका लिंग चूमती है।

भाभी को अच्छा लगा और भाभी भी ऐसे ही करने लगी, भाभी ने अपनी जीभ से मेरे गोलों को सहलाया, फिर धीरे धीरे लिंग को चूसने लगी।

हम बहुत मज़ा ले रहे थे, ऐसे करते हुए काफी टाइम हो गया, फिर भाभी की चूत में आग लगी ही थी तो मैंने भाभी को लेटा कर उनकी चूत में लिंग डाल दिया और जोर जोर से चोदने लगा।
बहुत देर तक चुदाई के बाद मेरा लिंग पिचकारी पर पिचकारी मारने लगा, भाभी ने मुझे जकड़ लिया, बहुत मज़ा आया, हम पसीने से भीग गए।
मैं भाभी से चिपक गया और भाभी को चूमने लगा- भाभी, आप बहुत मस्त हो… हाय आपका देवर आपका दीवाना हो गया…

टाइम बहुत हो चुका था तो मैंने भाभी को एक बार फिर से चूम लिया।
मॉम के उठने का टाइम हो गया था तो मैं बाहर आ गया।

फिर तो जब भी अवसर मिलता, भाभी की चुदाई हो जाती थी, भाभी मुझे अपना पति ही मानती थी, मुझे बहुत अच्छा लगता!

तो दोस्तो, यह थी मेरी कहानी… कैसी लगी आपको?
मुझे बताना !

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