गोरे उसके मम्मे, चूत उसकी लाल थी

राहुल
हैलो दोस्तो, मैं इस साईट का रेगुलर पाठक हूँ। मेरा नाम राहुल (बदला हुआ) है और मैं इंदौर का रहने वाला हूँ। उम्र 21 साल और स्मार्ट लुक वाला बन्दा हूँ। मेरा लण्ड 5.8 इंच लम्बा है।
आज में आप लोगों को चुदाई का मेरा पहला अनुभव बता रहा हूँ।
ये घटना मेरे और मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में है जिसका नाम पूजा (बदला हुआ) है। पिछले हफ्ते मेरे घर वाले शहर के बाहर गए हुए थे। मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को अपने घर बुलाया।
पहले तो हम ऐसे ही इधर-उधर की बात कर रहे थे, फिर मुझे कुछ शरारत सूझी और मैंने पूजा से कहा- आज मैं तुम्हें एक नई मूवी दिखाता हूँ।
मैंने अपने लैपटॉप में ब्लू-फिल्म चालू कर दी।
पहले तो वो देखने से मना करने लगी फिर मैंने उसे जबरदस्ती दिखाई तो वो देखने लग गई।

मैं देख पा रहा था कि उसकी आँखों में एक अजीब तरह की कशिश झलकने लगी।
मैं समझ गया कि वो गर्म हो चुकी है।
बस फिर क्या था, मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे उठाते हुए अपनी तरफ खींच लिया और अपने होंठ उसके गुलाबी होंठों पर रख दिए। हम लोग एक-दूसरे को पागलों की तरह चूमने लग गए। कभी मेरी जुबान उसके मुँह में घूमती कभी उसकी उसकी जुबान मेरे मुँह में घूमती।

चुम्बनों का यह सिलसिला 10-15 मिनट तक ऐसे ही चलता रहा।

फिर मैंने उसे अपने बेडरूम में चलने को कहा। वहाँ जाकर मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसके ऊपर लेटकर उसे फिर से चुम्बन करने लगा।

फिर मैंने अपने हाथ उसके मम्मों पर रखे और उन्हें भी मसलने लगा, वो पागल हो चुकी थी।

इतने में उसने अचानक मुझे कस कर जकड़ लिया।

मैं उसे चूमे जा रहा था, साथ-साथ उसके मम्मों को भी मसल रहा था। लगभग 20 मिनट तक हम लोग ऐसे ही रहे।

फिर मैं उठा और उसका टॉप उतारने लगा। थोड़ी आनाकानी करने के बाद उसने वो उतारने दिया।

मैंने भी अपनी टी-शर्ट उतार दी।

मैं तो जैसे यह देख कर पागल ही हो गया कि जिन स्तनों को मैं इतना मसल रहा था वो बेहद गोरे होंगे।
उनका साइज़ 34 था।

मैंने फिर पूजा को ब्रा उतारने को कहा वो इस बार एक ही बार में मान गई।

मैं तो जैसे पागल ही हो गया था, उसके इतने बड़े और मस्त स्तन देखकर।

मैं उन पर टूट पड़ा और उन्हें जोर-जोर से मसलने लगा और अब तो पूजा भी मेरा साथ देने लग गई।
वो सिसकारियाँ भरने लगी और मैंने भी उसके स्तनों को मसलना जारी रखा।

अब मैंने देर न करते हुए उठकर अपना शॉर्ट्स उतार दिया और पूजा की जीन्स भी उतार दी।
हम दोनों अब सिर्फ चड्डी में ही थे।

मैं एक बार फिर उसके ऊपर लेटा और उसे चूमने लगा।

हमारे नंगे बदन एक-दूसरे को महसूस कर पा रहे थे और मेरा लण्ड उसकी चूत से रगड़ खा रहा था और मैं भी उस पर दबाव बना रहा था।

अब मुझे और कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने उठकर अपनी अंडरवियर और उसकी पैन्टी उतार दी।

उसकी लाल लाल चूत पर हल्के-हल्के बाल थे।

मैंने देर न करते हुए सीधे अपना मुँह उसकी चूत पर रखा और उसे चाटना शुरु कर दिया।

पहले तो थोड़ा अजीब सा लगा फिर मुझे भी मजा आने लगा।

मैं अपना काम कर रहा था और वो सिसकारियाँ भरे जा रही थी और मेरे सर को अपने हाथों से दबाकर अपनी चूत में भरने की भरसक कोशिश कर रही थी।

लगभग 2 मिनट में उसने अपना पानी छोड़ दिया।

मैंने भी जल्दी से अपना मुँह हटा लिया क्योंकि मुझे उसका स्वाद अच्छा नहीं लगा।
वो झड़ने के बाद बड़ा रिलैक्स फील कर रही थी।

तब मैंने उसे अपना लण्ड मुँह में लेने को कहा। वो मेरे ऊपर लेट गई और मेरे होंठों से नीचे होते हुए मेरी गर्दन, मेरे सीने को चूमते हुए मेरे लण्ड तक पहुँच गई। पहले तो उसे भी थोड़ा अजीब लगा, पर फिर धीरे-धीरे उसे भी मजा आने लगा।
वो मेरे लण्ड को किसी लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी।
और बीच-बीच में मुझे छेड़ने के लिए उस पर काट भी लेती और मैं दर्द से चिल्ला देता।

मैं भी जल्द ही झड़ गया और अपना पूरा पानी उसके मुँह में ही छोड़ दिया और वो उसकी एक-एक बूंद पी गई।

हम दोनों थका हुआ महसूस करने लगे और फिर कुछ देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद उसने मेरा लण्ड अपने हाथों में लिया और उसे धीरे-धीरे मसलना शुरू कर दिया।

मेरा लण्ड चुदाई के लिए एक बार फिर तैयार था। मैं उठा और उसके दोनों पैर फैलाकर अपना लण्ड सीधे उसकी चूत पर रख दिया।

अब मैं अपना लण्ड उसकी चूत पर रगड़ने लगा और वो कह रही थी- बस और सहा नहीं जाता, प्लीज़ कुछ करो…!

मैंने अपने लण्ड को सही जगह लगाया और एक धक्का मारा और मेरा लण्ड उसकी गीली चूत में 2 इंच तक उतर गया।
उसकी चूत में से खून आने लगा और आँखों में आँसू आने लगे, वो दर्द से चीखना तो चाहती थी लेकिन उसने खुद को रोके रखा।
मैंने अपने हाथ उसके स्तनों पर रखे और उन्हें एक बार फिर मसलना शुरू कर दिया, जो उसे काफी हद तक अच्छा लग रहा था।

फिर मैंने एक और धक्का मारा और मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में उतर गया था।

वो इस बार खुद को रोक नहीं पाई और दर्द के मारे चीख पड़ी।
मैंने भी अब कोई जल्दी न करते हुए उसे प्यार से चूमना शुरू कर दिया।
कुछ देर तक ऐसा करते हुए उसने अब अपनी कमर हिलाना शुरू कर दिया।

मैंने भी अब धीरे-धीरे उसे चोदना शुरू कर दिया।
अब उसे भी अपनी चुदाई का नशा चढ़ने लगा था।
वो भी मेरे हर झटके का जवाब अपनी कमर उठा कर देती।

हम लोगों की स्पीड बढ़ने लगी और अब हम एक-दूसरे को जोर-जोर से चुदाई के झटके मार रहे थे।

उसने मुझे कस कर पकड़ा और मेरी पीठ में अपने नाख़ून भी गड़ा दिए।
वो एकदम अकड़ गई और एक झटके के साथ अपनी कमर उठा कर उसने अपना पूरा पानी एक बार फिर छोड़ दिया।

मैं भी बस झड़ने ही वाला था… मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसे जोर-जोर से चोदने लगा।

वो दर्द और मस्ती के साथ ‘आहें’ भर रही थी। कभी सिसकारियाँ लेती तो कभी चीख देती।

अंततः मैंने भी अपना पूरा पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया और निढाल होकर पूजा के ऊपर ही ढेर हो गया।

हम दोनों एक बार फिर एक-दूसरे को चूमने लगे और बस ऐसे ही सोये रहे। पता ही नहीं चला कब हमारी इस हसीन चुदाई को 1.30 घन्टे हो गए।

हम दोनों उठे और फिर एक साथ नहाने के बाद खाना खाया।
उम्मीद करता हुई आपको मेरा ये चुदाई का अनुभव पसंद आया होगा और अभी तक लड़कियाँ और भाभियाँ अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी होंगी।
आप सभी मुझे अपने विचारों से अवगत करा सकते हैं।

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