को-ओर्डीनेटर की हवस

(Co-ordinator ki Hawas)

शीला 2014-10-22 Comments

हाय जान, पिछले कन्फेशन में मैंने तुम्हें बताया था कि कैसे मैंने फाइंड आउट किया कि हमारे को-ओर्डीनेटर एक मॉडल को सेक्सुअली हरास कर रहे थे।

मैंने डिसाइड किया था कि मैं मनीषा की हेल्प करूँगी। लेकिन पहले मुझे उससे बात करनी थी।

मैंने मनीषा को अकेले में बताया कि मैं उसकी प्राब्लम जानती हूँ और उसे उस प्राब्लम से निकलना चाहती हूँ।

मनीषा रोने लग गई और मुझे बताया कि कैसे को-ओर्डीनेटर ने उसे एक लेक में नहाते हुए उसके न्यूड फोटोस खींचे थे।

और फिर उसे ब्लॅकमेल करके उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए।

मनीषा ने कहा कि वो बस इस प्राब्लम से छुटकारा चाहती है।

मैंने उसे कॉन्सोल किया और अपने प्लान के बारे में बताया। मनीषा ने को-ऑपरेट करने का वादा किया।

अगले दिन मैंने को-ओर्डीनेटर से पास के एक वॉटरफॉल तक जाने के लिए इजाज़त माँगी।

उसकी आँखें बड़ी हो गई और कुछ देर तक सोचने के बाद उसने मुझे अलाऊ किया।

मैं अपने टेंट से टॉवल साथ ले गई जिससे को-ओर्डीनेटर को यह लगे कि मैं वहाँ नहाऊँगी।

मैं वहाँ कुछ ही देर में पहुँच गई और उस वॉटरफॉल में भीगने लगी।

मैंने अपनी आँखे थोड़ी खोली और को-ओर्डीनेटर को एक रॉक के पीछे छुपते हुए देखा। वो कमीना मेरे जाल में आख़िर फंस गया।

मैं अपनी बॉडी को सेंसुअसली टच करने लगी और वो मुझे छुप-छुप के देख रहा था।

मैंने अपने हाथ अपने सीने और नेवेल के ऊपर फेरे और कई सेक्सी पोज़ दिए।

वॉटरफॉल के पानी से मेरा वाइट टॉप पूरी तरह भीग चुका था और मैंने कोई अंडरगार्मेंट्स भी नहीं पहनी थी।

इस कारण मेरा बदन पारशयली ढका हुआ था। वो वाइट टॉप मेरे सीने से चिपका हुआ था और को-ओर्डीनेटर को शायद पूरी तरह दिखाई दे रहा था।

लेकिन उसने अभी तक मेरे फोटो नहीं निकाले थे, प्लान उस क्रूशियल एक्ट के बिना फ्लॉप हो जाता, इसलिए मैंने अट्मॉस्फियर को थोड़ा और हॉट किया।

मैंने धीरे-धीरे अपने टॉप के बटन खोले और पानी मेरे सीने पर गिरने लगा।

को-ओर्डीनेटर ने अब भी कैमरा नहीं निकाला था इसलिए मैंने अपना टॉप पूरी तरह निकल कर उसे एक रॉक पर बिछा दिया।

अब मैं टॉपलेस थी, सिर्फ़ जीन्स में वहाँ वॉटरफॉल के नीचे खड़ी थी, मेरी स्किन पर ठंडी के कारण गूज़-बंप्स आ गये थे।

मैं वहाँ नहाने लगी और मैंने को-ओर्डीनेटर को कैमरा निकलते हुए देखा। प्लान वर्क हो रहा था।

मैं अपने नंगे बदन को पानी से सहला रही थी और दूसरी तरफ को-ओर्डीनेटर फोटो क्लिक किए जा रहा था।

कुछ देर तक मैं वैसे ही अधनंगी नहाती रही और फिर उस वॉटरफॉल से बाहर आई।

मैंने मेरे टॉवल से मेरे बदन को ड्राई किया और कपड़े पहन लिए।

मैं कैप में जल्दी लौटी और शाम को स्नैक्स खाते समय को-ओर्डीनेटर ने मुझे बुलाया। मैं जल्दी उनसे मिलने गई।

उस कमीने ने मुझे कैमरे पर मेरे न्यूड पिक्स दिखाए और मुझे ब्लैकमेल करने लगा।

मैंने रोने की एक्टिंग की और कहा कि मेरी लाइफ बर्बाद मत कीजिए।

तो उसने बस इतना कहा कि मुझे अगर वो फोटोस चाहिएँ तो रात को उसके टेंट में आना होगा।

थोड़ा और रोने की एक्टिंग करने के बाद मैं मान गई लेकिन मैंने उससे कहा कि वो मेरे टेंट में आए।

मैं नहीं चाहती थी कि कोई मुझे उनके टेंट में जाते हुए देखे।

वो मान गया और चला गया।

मैं जल्दी मनीषा के टेंट में गई और उसने मुझे एक वीडियो दिखाया।

उस वीडियो में को-ओर्डीनेटर छुप-छुपके मेरे न्यूड फोटोस क्लिक कर रहा था जो मनीषा ने प्लान के तहत रेकॉर्ड कर दिया।

उसने वो कॉन्वर्सेशन भी रेकॉर्ड कर दी थी जिसमें को-ओर्डीनेटर मुझे ब्लैकमेल कर रहा था।

मैंने उसे कहा कि आज रात को-ओर्डीनेटर मेरे टेंट मे आने वाला है, उसके टेंट में कोई नहीं होगा जिसका फ़ायदा उठा कर मनीषा को वो कैमरा हासिल करना होगा।

कुछ देर में रात हो गई और मैं बेचैनी से उस कमीने का इंतज़ार कर रही थी।

को-ओर्डीनेटर साइलेंट्ली आया और मेरे ऊपर टूट पड़ा लेकिन मैंने उसे रोका और कहा कि वेट करो।

मैं मनीषा का इंतज़ार कर रही थी, अगर उसे वो कॅमरा मिल जाए तो वो सीधे मेरे टेंट में आने वाली थी।

अगर वो नहीं आई तो फिर मुझे मजबूरन को-ओर्डीनेटर के साथ सोना होगा।

को-ओर्डीनेटर ने मुझे अपने करीब खींचा और कहा कि वेट तो उसने तब से किया है जब से मैं उसके लिए काम करने लगी।

को-ओर्डीनेटर ने मुझे ज़मीन पर लेटाया और उसने मुझे टाइट्ली हग किया और हम दोनों रोल होते हुए एक कोने में गये।

अब वो मेरे ऊपर था और मैं उसके नीचे।

मेरा दिल ज़ोर से धड़क रहा था, उसका फेस मेरे फेस के बिल्कुल करीब था, उसने मुझे किस करने की कोशिश की लेकिन मैंने मुँह फेर लिया जिस कारण उसके होंठ मेरे चीक्स पर पड़े।

उसने मुझे मेरे चीक्स और नेक पे किस किया और उसके हाथ मेरी गोलाइयों को फील कर रहे थे।

उसे मैं ज़्यादा देर रेज़िस्ट नहीं कर पाई और उसने एक हाथ से मेरे ठोड़ी को पकड़ा और मुझे ज़ोर से किस किया।

किस करते-करते उसका एक हाथ मेरी कमर के नीचे गया और मेरी जीन्स को खोलने लगा।

फिर उसने मेरा टॉप निकालने की कोशिश की।

मेरा टॉप ऑलमोस्ट उठ चुका था और मैं उसके सामने नंगी होने ही वाली थी कि मुझे मनीषा की आवाज़ आई।

मैंने को-ओर्डीनेटर को अपने ऊपर से हटाया और जल्दी अपने कपड़े अड्जस्ट कर लिए।

मनीषा के पास वो कैमरा था, अब हमें उस को-ओर्डीनेटर का कोई डर नहीं था।

उसके खिलाफ हमारे पास अब बहुत सारे एविडेन्स थे और जब हमने उसे यह बात बताई तो वो डर के मारे हमारे पैरों पर गिर पड़ा।

मनीषा ने उसे कई बार स्लैप किया और एंड में एक एग्रीमेंट किया कि मनीषा उसका एक्सपोज़ नहीं करेंगी।

लेकिन को-ओर्डीनेटर को मॉडलिंग इंडस्ट्री छोड़नी होगी।

तो इस तरह में मॉडल और जर्नलिस्ट से ऑलमोस्ट एक जासूस बनी, हा..हा…
मेरी जिंदगी में ऐसे और क्या एड्वेंचर्स आएँगे पता नहीं!
लेकिन अब के लिए बाय !! मुआआह…

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