अपनी चूत खुद ही फाड़ दी -3

(Apni Chut Khud Hi Faad Di-3)

This story is part of a series:

मैं रोशनी जैन, मेरी उम्र 38 साल है, बदन 38D-31-38 है.
मैं अकेली रहती हूँ !
मैं अपनी यौन जरूरतें अपनी उंगली, घर में रखी हुए सब्जियों जैसे बैंगन, तोरी, खीरा, केला गाजर से पूरी करती हूँ।

चूँकि मुझे पता था कि अब मैं शादी नहीं करूँगी इसलिए मैंने अपनी फ़ुद्दी के साथ कुछ अलग ही प्रैक्टिकल किया था, मगर आप लड़कियाँ, बहनें और आंटी ल्पीज़ आप ऐसा कुछ करने की कोशिश मत करना, इन सब से दूर ही रहना…

पाँचवीं घटना: चूंकि मुझे फ़ुद्दी के साथ प्रॅक्टिकल करना का शौक था, इस बार मैंने एक नया काम किया। आप लोग जानते हैं कि मैं अकेली रहती हूँ।
एक दिन मुझे बहुत तेज़ पेशाब लगा हुआ था, ऐसा लग रहा था कि मेरी फ़ुद्दी में से अभी निकल जाएगा, मैं खाना बना रही थी, जून का महीना था, बहनों आप जानती हैं कि इस हालत में खाना बनाना कितना मुश्किल होता है, वो भी दिन के एक से दो बजे के दरमियान… रसोई में कितनी गर्मी होती है, मेरी फ़ुद्दी पेशाब करने के लिये बेताब थी, मैंने सोचा मुझे कौन सा कोई देख रहा है, क्यों ना मैं अपनी सलवार में ही पेशाब कर लूँ और बाद में नहा लूँ, मैंने जो सोचा, वैसा ही किया।

मैं खाना पका रही थी, थोड़ा सा ज़ोर लगाया, और सारा पेशाब मेरी सलवार के अंदर से होता हुआ रसोई के फर्श पर रिसने लगा और मुझे सकून मिल गया, इसी दौरान मैंने सोचा कि क्यों ना पेशाब पीकर देखा जाए।

मैंने खाना बनाते वक़्त कई गिलास पानी पी लिया। फिर खाना तैयार हो गया तो मैंने अपनी गीली सलवार उतार कर एक तरफ़ रख दी, मैंने सोचा कि यार कमीज़ भी उतार लेते हैं, मैंने ऐसा ही किया।
मैंने भिंडी बनाई थी, मैंने एक प्लेट में अपना खाना लगाया, साथ में एक खाली गिलास उठा कर कमरे में आ गई।

डीवीडी प्लेयर में एक XXX फिल्म चला कर मैं खाना खाने लगी, साथ साथ फिल्म देखने लगी। खूब सारा पानी पीने के कारण मेरा पेशाब का प्रेशर बन गया तो मैंने गिलास अपनी चूत के पास रख कर उसमें मूता और पूरा गिलास भर गया।

मुझे बहुत अजीब लग रहा था यह सब, मगर बहुत मज़ा भी आ रहा था, तब मैं फ्रिज में से चॉकलेट पाउडर लाई और दो चम्मच चॉकलेट मैंने अपना पेशाब में मिला दिया। फ़िर मैंने एक स्ट्रॉ गिलास में डाला और यह शर्बत पीने लगी, वॉव… टेस्टी… यम्मी… आहा और मैंने अपने खाने के साथ साथ पूरा गिलास मज़ा ले लेकर पी लिया।
मैं आप सब बहनों, भाभियों, आन्टियों और बहु-बेटियों से एक बार फ़िर गुजारिश करती हूँ कि ऐसा करने की कोशिश मत कीजिएगा।

छठी घटना: एक बार मुझे मेरे ऑफ़िस की सहेली ने एक बिल्कुल नया आइडिया बताया और एक XXX फिल्म उसी आइडिया की मुझे दी।
मैं 3 बजे छुट्टी करके घर आ गई। फ़्रिज से खाना निकाल कर गर्म किया और खाना खाने के बाद कुछ आराम किया। शाम का खाना बना कर फ्रेश हो गई, रात के आठ बजे थे, मैंने सोचा जल्दी क्या है, कुछ खा लूँ, मैंने खाना खाना का बाद अपने हैण्ड बैग में से डी वीडी निकाली और चालू कर दी।

मैंने देखा एक लड़की बिस्तर पर लेटी है और XXX फिल्म देख कर गर्म हो रही है, पहले उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपने बूब्स मसलने लगी, निपल्स को मसलने लगी।

यह सब उसने 5 मिनट तक किया और फिर अपना मोबाइल उठा कर वाइब्रेशन ओन कर दिया और मोबाइल का आगे का हिस्सा चूत में घुसा दिया और मज़ा से सिर्फ़ बूब्स दबा रही थी और चूत का होंठों को कभी कभी हाथ से मसल देती थी।

मैंने भी ऐसा ही किया, मैंने अपनी साड़ी खोल कर ब्लाउज-पेटीकोट उतार दिया और फिल्म देख देख कर अपने बूब्स दबाने लगी, फिर नीचे से पैन्टी भी उतार कर नंगी हो गई।

अब सीन भी बदल गया, 2 लड़कियाँ एक लड़के से चुदवाने लगी।
वाह… उसका काफ़ी बड़ा और मोटा लण्ड था, मगर मेरी फ़ुद्दी का सामना कुछ नहीं था, मैंने फ़ुद्दी को थोड़ी देर मसलने के बाद तीन उंगलियाँ पूरी अंदर डाल कर फ़ुद्दी की सफ़ाई की और मोबाइल का वाइब्रेटर ओन करके आराम से सोफ़े पर लेट गई और आधा फ़ोन अपनी फ़ुद्दी के अंदर घुसा दिया।

वॉव इट्स अमेज़िंग यार ! बगैर उंगलियाँ हिलाए फ़ुद्दी में ऐसा लग रहा था जैसा कोई बहुत ज़ोर से अपना लण्ड से ड्रिलिंग कर रहा हो, आह, मुझे आइडिया आया, मैं ऐसे ही उठी और लैण्ड लाइन टेलिफोन सेट के पास चली गए, मोबाइल मेरी फ़ुद्दी में ही था, मैंने अपनी सहेली को फोन किया और सारी बात बता दी, और उसको थैन्क्स भी बोल दिया इतना अच्छा आइडिया मुझे देने के लिये।

फिर मैं वापिस सोफा पर लेट गई फोन बंद करके और मूवी देख देख कर अपने चूचों को मसलने लगी।
ऐसा 10 मिनट ही किया था कि मेरी फ़ुद्दी ने पानी निकाल दिया और सारा मोबाइल गीला हो गया।

मैं अपनी फ़ुद्दी का पानी सारा पानी चाट गई फ़ोन पर से, और फिर ऐसा तीन बार किया। बस एक प्राब्लम थी कि मुझे बार बार बटन दबाना पड़ता था। तीसरी बार मेरी फ़ुद्दी में मोबाइल 20 मिनट तक रहा, और मैं इस दौरान कम से कम चार बार पानी फ़ुद्दी में से निकाल चुकी थी, जिससे मुझे बहुत कमज़ोरी महसूस होने लगी और मुझ सा चला भी नहीं जा रहा था।

मैंने दो विटमिन और आयर्न की टॅबलेट खाई और साथ मैं एक गिलास दूध भी पी लिया, मगर अगले दिन मुझे ऑफ़िस सा छुट्टी करनी पड़ी क्योंकि मुझे बहुत ज्यादा थकावट हो रही थी और जिस्म भी टूट रहा था।
मैं आप सब बहनों, भाभियों, आन्टियों और बहु-बेटियों से एक बार फ़िर गुजारिश करती हूँ कि ऐसा करने की कोशिश मत कीजिएगा।
अगली घटनाएँ मैं अगले भाग में पेश करूँगी।

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top