जूही और आरोही की चूत की खुजली-29

पिंकी सेन 2014-07-02 Comments

दोस्तो, लो आपकी दोस्त आ गई है आज एक नये ट्विस्ट के साथ और आपने जो मेल करके मेरा हौसला बढ़ाया उसके लिए धन्यवाद। आज आपको चौंका देने वाला ट्विस्ट डाल रही हूँ उम्मीद है आपको मज़ा आएगा तो आप आनन्द लीजिए आज के भाग का।
अब तक आपने पढ़ा…

अंकित और संजू पागलों की तरह सिम्मी को चोदते हैं। उसके बदन को जगह-जगह से काट लेते हैं और संजू सिम्मी को उसके घर छोड़ आता है।
अब आगे…

संजू और अंकित पूरी बात रेहान को बता देते हैं लास्ट में संजू बोलता है।
संजू- बस भाई यही कहानी है, इतना बोलकर मैं वहाँ से निकल गया था। रात को पता चला उसने अपने आप को खत्म कर लिया। हम बहुत डर गए थे इसलिए कई दिन तक छुपे रहे।

ये सब सुनकर रेहान की आँखों में आँसू आ गए, सचिन को बहुत गुस्सा आ रहा था। वो आगे बढ़ा तो वक़्त रहते रेहान ने उसको रोक दिया।
सचिन- नहीं भाई मैं इन कुत्तों को…!
रेहान- हाँ सचिन इन्होंने मेरी सिम्मी को इतनी तकलीफ़ दी, उस बेचारी को कैसे नोचा है। इनको इतनी आसान सजा देना, सिम्मी का बदला नहीं होगा और सबसे बड़ी बात उस रंडी ने जिसने सिर्फ़ जलन में अंधी होकर ये कांड करवाया, उसको तो ऐसी सज़ा दूँगा कि दोबारा कोई ऐसा करने की सोचेगा भी नहीं…!
अंकित- हमें माफ़ कर दो, प्लीज़.. जो आप कहोगे, हम करेंगे प्लीज़ उसने हमारे साथ धोखा किया है।
संजू- हाँ भाई सिमरन के साथ ये सब करने के बाद हमने उससे पैसे माँगें, तब हमें पता चला कि उस समय वो गई नहीं थी, उसने हमारा वीडियो बना लिया था।

वो हमें बोल रही थी कि तुम्हारी औकात से ज़्यादा तुमको मिल गया है अब ज़्यादा बात की तो पुलिस को ये वीडियो दिखा दूँगी जबरदस्ती और मर्डर के चार्ज में अन्दर हो जाओगे दोनों… अब जाओ यहाँ से। भाई प्लीज़ प्लीज़ माफ़ कर दो ना…!
रेहान- ठीक है, मगर जिस तरह सिम्मी के साथ किया उससे भी ज़्यादा आरोही के साथ करना, उसको तड़पाना…! मैं उसको तड़पता हुआ देखना चाहता हूँ। उसे
सिम्मी के दर्द का अहसास दिलाना चाहता हूँ।
अंकित- हम तैयार हैं भाई बस आप बताओ, हमें क्या करना होगा…?

सचिन को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब कौन सा गेम बाकी है। सब तो पता चल गया है हमें, वो कुछ बोलना चाहता है, पर रेहान आँखों से उसको इशारा कर देता है और वो चुप हो जाता है।
एक मिनट बाद ही रेहान का फ़ोन बज उठता है। रेहान फ़ोन उठा कर हैलो बोलता है।
अन्ना- तुम कहाँ होना जी.. हम गेट के अन्दर आ गया जी…!
रेहान- बस पाँच मिनट रूको मैं आता हूँ।
सचिन- भाई इनका क्या करना है…?
रेहान- इन दोनों ने जो किया उसके लिए इनको माफ़ करना तो नामुमकिन है, पर आरोही को सबक़ सिखाने के लिए हमें इनका गुनाह भूलना होगा।
संजू- हाँ भाई प्लीज़ हमें माफ़ कर दो…!
रेहान- ओके ओके… लेकिन अभी तुम यहीं रहो मैं बाहर सम्भालता हूँ जब बुलाऊँ, तब आना सचिन तुम भी यहीं इनके साथ रहो।

रेहान बाहर चला जाता है। अन्ना पाँच-सात लोगों के साथ बाहर खड़ा था। कैमरा वगैरह भी उनके पास था और पता नहीं बॉक्स में क्या था।
अन्ना- हैलो जी कैसा होना तुम..! हम सब संभाल लिया जी, बस वो छोकरा थोड़ा टेढ़ा होना जी। उसके कारण हमको थोड़ा समय होना जी..!
रेहान- अच्छा किया, ये लोग भरोसे के तो है ना…!
अन्ना- क्या बात करता जी ये 100% पूरे हम अपने आप पर शक कर सकता, इन पर नहीं जी…!
रेहान- आओ सब अन्दर आओ।

बाहर रेहान के भी आदमी थे। उनको कोल्ड ड्रिंक्स का कह कर वो सब अन्दर अलग
रूम में बैठ जाते हैं और नॉर्मल बातें करने लगते हैं।
दोस्तों इनको ठंडा-वंडा पीने दो, हम जूही और आरोही के पास चलते हैं। जब रेहान जूही को छोड़ कर गया। उसके बाद वहाँ क्या बातें हुईं, वो जानते हैं।

आरोही- जूही रेहान जी कहाँ थे और तुम इतनी देर बाद क्यों आई…!
जूही- ओह्ह दीदी रेहान जी बाहर के गेट पर अन्ना का वेट कर रहे थे। मैं रूम्स में ढूंढ रही थी, तो समय लग गया।
आरोही- अच्छा अभी तो तेरे को चलने में तकलीफ़ हो रही थी, अब कैसी है चूत…!
जूही- अब ठीक है दर्द तो, पर एक बात कहूँ दीदी आप के हाथ और पैर पर
चमक नहीं है आप हेयर-रिमूव करके आओ। क्या पता आज शूटिंग के समय अन्ना को अच्छा ना लगे।
आरोही- अरे कहाँ है.. कल ही तो किए थे मैंने…!
जूही- ओह्ह शूटिंग आज है, आपकी मर्ज़ी वैसे उस बड़े कैमरे में ये साफ दिखेंगे।
आरोही- ओके यार मैं बाथरूम जाती हूँ।
जूही- हाँ अच्छे से कर आओ, मैं दूसरे रूम के बाथरूम में गर्म पानी से चूत को सेक आती हूँ।
आरोही- ओके जाओ।

आरोही बाथरूम में घुस जाती है और जूही रूम से बाहर निकल कर ऊपर जाने लगती है और एक रूम के बाहर जाकर रुक जाती है। दोस्तों ये वही रूम है, जहाँ से साहिल इनको देख रहा है।
जूही रूम नॉक करती है।
साहिल- कौन है… रूको, एक मिनट आता हूँ..!
जब साहिल डोर खोलता है उसके होश उड़ जाते हैं। जूही यहाँ कैसे आ गई..!

वो कुछ बोलता इसके पहले जूही अन्दर आ जाती है। लेकिन साहिल ने डोर खोलने के पहले वीडियो बन्द कर दिया था।
जूही- मुझे आप से जरूरी बात करनी है, प्लीज़ डोर बन्द कर दो।
साहिल डोर बन्द कर देता है और चुपचाप जूही को देखने लगता है।
जूही- साहिल मेरी बात ध्यान से सुनना और प्लीज़ पूरी सुनना। उसके बाद जो तुम्हारा मन हो से वो करना।
साहिल- तुम यहाँ कैसे आ गईं..!

और.. वो आगे कुछ बोलता इसके पहले।
जूही- पहले मेरी बात सुन लो, उसके बाद सब समझ आ जाएगा। आप वहाँ आराम से बैठो।
साहिल बेड पर बैठ जाता है।
जूही- मैं जानती हूँ तुम सिमरन के भाई हो और तुम सब उसकी मौत का बदला लेने के लिए यहाँ आए हो।
साहिल ये सुनकर बेड से उठ जाता है।

जूही- प्लीज़ आप बैठ जाओ, मेरी पूरी बात तो सुन लो पहले प्लीज़…!
साहिल- ओके कहो…!
जूही- आप ये मत सोचो कि मैंने तुम लोगों की बात सुन ली हैं। मुझे पहले से सब पता है, डरो मत, मैंने किसी को कुछ नहीं बताया है, बस तुमसे ये कहने आई हूँ कि सिमरन की मौत में मेरा कोई हाथ नहीं है। उसके साथ क्या
हुआ, ये भी मैं नहीं जानती हूँ। हाँ अभी संजू और अंकित जब बता रहे थे, तब थोड़ी बात मैंने सुनी थी और मेरी बस एक ग़लती है कि मैंने उस दिन आरोही दीदी को ये कह दिया था कि उस पर तेज़ाब डलवा दो, पर आप मेरा यकीन करो मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था। मैंने तो बस ऐसे ही कह दिया था। उसके पीछे कुछ और ही वजह थी। अब आप चाहो तो मुझे मार दो मैं उफ्फ तक नहीं करूँगी और चाहो तो मुझे माफ़ कर दो मैं आप लोगों का साथ दूँगी। आरोही दीदी को सज़ा मिलनी ही चाहिए। उन्होंने काम ही ऐसा किया है।
साहिल- मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा तुम क्या बोल रही हो। हाँ शक तो मुझे हुआ, जब तुमने आरोही से झूट कहा कि रेहान बाहर था, जबकि तुम
जानती हो हम सब कहाँ थे। दूसरी बात तुमने संजू और अंकित का नाम भी नहीं लिया। मैं कब से बैठा यही सोच रहा हूँ कि आख़िर चक्कर क्या है…!
जूही- मैं जानती हूँ आप लाइव वीडियो में देख रहे हो, ये बात भी मुझे
पता है। आप सब बहुत सावधानी से सब कुछ कर रहे हो, पर मैं सब जानती हूँ और कैसे जानती हूँ ये अभी नहीं बताऊँगी। पहले आप अपना फैसला
बताओ कि मेरे साथ क्या करना है। चाकू मारकर मेरा पेट फाड़ना है या लौड़ा
डालकर मेरी चूत… फैसला आपका है, पर मैं बेकसूर हूँ… ये याद रखना बस…!

साहिल को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि ये क्या हो रहा है।
जूही उसके करीब जाकर उसके लौड़े पर हाथ घुमाने लगती है।
जूही- आप अगर मुझे मारना चाहते हो, तो पहले इसकी प्यास बुझा लो मैं समझूँगी मरने से पहले आपके कुछ तो काम आई।

साहिल चुपचाप बैठा रहता है। इससे जूही का हौसला और बढ़ जाता है।
वो लौड़े को अब दबाने लगती है। साहिल के मुँह से ‘उफ्फ’ निकल जाती है।
जूही उसकी पैन्ट खोलने लगती है तो साहिल उसका हाथ पकड़ लेता है।
जूही- साहिल प्लीज़ ज़्यादा मत सोचो मेरी बात मान लो।
जूही पैन्ट का हुक खोल देती है। साहिल कुछ नहीं बोलता है। अब जूही समझ जाती है कि साहिल को मज़ा आ रहा है, वो जल्दी से उसका लौड़ा बाहर निकाल लेती है, जो धीरे-धीरे कड़क हो रहा था। जूही बिना कुछ सोचे जल्दी से उसको मुँह में ले लेती है और बड़ी अदा के साथ उसको चूसने लगती है।
साहिल- आ..हह.. उफ्फ सीईई जूही हटो आ..हह…..!

जूही बात को अनसुना कर देती है। लौड़ा अपने आकार में आ जाता है। पूरा 8″ का लौड़ा जूही चूसने लगती है।
साहिल- आ..हह.. उफ्फ आ..हह.. जूही हटो आ..हह.. आह…!
दोस्तों चाहे कुछ भी हो एक जवान लड़की और खास कर जूही जैसी सेक्सी आइटम लौड़ा चूसे तो उसे मना करना मुमकिन नहीं है। यही हाल साहिल का था, वो बस बोल रहा था कि हट जाओ ये ठीक नहीं है, मगर मज़ा पूरा ले रहा था और जूही भी शातिर थी। होंठों को भींच कर लौड़े को ऐसे अन्दर-बाहर कर रही थी, जैसे लौड़ा चूत में जा रहा हो।
साहिल- आ..हह.. उफ्फ फक यू बेबी आ गुड यू… कसम से पहली बार पता आ..हह.. चला कि देखने में और करने में कितना फ़र्क है उफ्फ…!

साहिल बहुत ज़्यादा उत्तेज़ित हो जाता है और अपने हाथ से लौड़े को हिलाने लगता है।
जूही- क्या हुआ जानू फास्ट चाहिए मैं हूँ ना रूको।
इतना कहकर जूही स्पीड से लौड़े को हाथ से हिलाने लगती है और मुँह से चूसने लगती है। अब तो साहिल की हालत खराब हो गई थी। मुँह और हाथ के मज़े में वो डूबता चला गया। उसका बाँध टूटने वाला था।
साहिल- ह ह उफ़फ्फ़ जूही आई एम कमिंग आ आई एम कमिंग…!

जूही ने आँखों से इशारा किया, “आने दो” साहिल के लौड़े ने पिचकारी पर पिचकारी मारनी शुरू कर दी। जूही का पूरा मुँह वीर्य से भर गया सारा पानी वो गटक गई। साहिल ने लंबी सांस लेते हुए लौड़ा बाहर निकाला और बेड पर बैठ गया।
जूही- क्यों जानू मज़ा आया ना…!
साहिल- हाँ जान बहुत मज़ा आया, तेरे मुँह में इतना मज़ा आया तेरी चूत में कितना आएगा…!
जूही- वो भी आजमा कर देख लो, कहो तो निकालूँ कपड़े…!
साहिल- नहीं अभी रहने दो और तुम चाहती क्या हो वो बताओ इतना तो मैं समझ गया कि तुम जितनी मासूम दिखती हो, उतनी हो नहीं…!
जूही- मेरी चाहत तो बहुत है, फिलहाल बस मेरी एक बात मान लो मुझे अपने इन्तकाम से आज़ाद कर दो, मैंने कुछ नहीं किया है और बाकी जो करना चाहो, सो करो मैं किसी को कुछ नहीं बताऊँगी।

साहिल- मैं कैसे मान लूँ कि इसमें तुम्हारी कोई चाल हुई तो…!
जूही- चाल होती, तो मैं यहाँ नहीं आती, सीधे पुलिस के पास जाती समझे..! मुझे पता है, दीदी ने गलत किया है पर मेरा तो कोई कसूर नहीं है न…! बस यही समझाने आई हूँ।
साहिल- ये बात तो तुम रेहान को भी बता सकती थी, फिर मेरे पास क्यों आई हो…!
जूही- जानती हूँ, रेहान को बताती, तो वो मेरी बात आराम से मान लेते पर तुमको ये लगता कि रेहान को क्या फ़र्क पड़ता है, उसको तो सिम्मी गई और मिल गई…। बहन तो तुम्हारी खोई है, इसलिए मैंने सोचा तुम मान गए तो सब मान जाएँगे।
साहिल- ओके ठीक है, पर अभी किसी को कुछ मत बताना, मैं रेहान को मौका देख कर खुद बता दूँगा। अब तुम जाओ यहाँ से।
जूही- ओके जानू बाय थैंक्स मुझे माफ़ करने के लिए एंड आई लव यू।
साहिल- ओके लव यू टू जान, जाओ अब…!
जूही ये सुनकर ख़ुशी से साहिल से लिपट जाती है और उसके होंठों पर चुम्बन कर के वहाँ से चली जाती है।

बस दोस्तो, मुझे उम्मीद है कि कहानी का ये भाग आपको पसन्द आया होगा, अब जल्दी से मेरी आईडी [email protected] पर मेल करके बताओ कि आपको ये जूही का नया ट्विस्ट कैसा लगा?
बाय।

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