जूही और आरोही की चूत की खुजली-28

पिंकी सेन 2014-07-01 Comments

पिंकी सेन
हाय दोस्तो, लो आज कई दिन के अन्तराल के बाद मैं नए भाग के साथ हाजिर हूँ।
असल में कहानी में कुछ हिन्सा आदि पर आपत्ति जताते हुए मुझे कहानी से अवांछित भाग हटने केर लिये कहा गया था।
अब तो आपको शिकायत नहीं है न.. और आपके मेल से भी पता चलता है कि आप कितने उत्सुक हो कहानी के आगे के भाग के लिए, तो आपको ज़्यादा इन्तजार ना करवाते हुए मैं आज का भाग पेश कर रही हूँ आनन्द लीजिए।
अब तक आपने पढ़ा…
रेहान जूही को ऊपर रूम में छोड़ आता है और साहिल को वीडियो के जरिए उन पर नज़र रखने को बोलता है। इधर अंकित सिमरन के साथ हुई साजिश को बताता है कि कैसे आरोही उसको झूट बोल कर वहाँ लाई थी।
संजू और अंकित उसको नशे में मदहोश करके उसको नंगा करने की तैयारी कर लेते हैं।
अब आगे…
सिमरन के मम्मे ब्रा में से भी साफ दिख रहे थे, जिसके कारण अंकित की आँखों में चमक थी।
अंकित- क्या मस्त आइटम है यार…!
आरोही- अब मेरा मुँह क्या देख रहे हो? जल्दी से इसको नंगा करो, मुझे वीडियो बनानी है।
संजू- अभी लो बॉस.. मैं इसका नाड़ा खोल देता हूँ।
सिमरन- न न नहीं प्लीज़ प्प प्लीज़ आरोही तू तू तुम गलत समझ रही हो..
मैंने कभी तुमको नीचा न..नहीं दिखाना चाहा।
संजू ने नाड़ा खोल कर सलवार भी निकाल दी। सिम्मी ने पैन्टी भी ब्लैक पहनी थी, जो ब्रा की तरह पतली और जालीदार थी, उसमें से उसकी बड़ा-पाव जैसी फूली हुई चूत साफ दिख रही थी।
संजू- वाउ…. क्या सीन है यार..! मेरा पप्पू का तो हाल खराब हो रहा है।
आरोही- बस बस ये फिल्मी डायलोग बन्द करो और पूरी नंगी कर दो इसको, मैं मोबायल ऑन करती हूँ।
अंकित ने सिम्मी की ब्रा खोल दी, उसके मदमस्त कर देने वाले मम्मे आज़ाद हो गए और संजू ने पैन्टी निकाल दी, एकदम क्लीन-शेव्ड चूत सामने आ गई। शायद कल ही उसने शेव की होगी।
आरोही- गुड अब पोज़ लेने दो, बड़ी शरीफ बनती फिरती है, चूत को कैसे साफ किया हुआ है… जरूर इसका किसी के साथ चक्कर होगा रंडी कहीं की..!
अंकित को अफ़सोस हो रहा था कि आरोही एक लड़की होकर इतने खुले अंदाज में बोल रही थी, पर इतना सोचने का उन दोनों के पास समय कहाँ था, वो तो भूखे कुत्तों की तरह सिम्मी पर टूट पड़े।
सिम्मी सिसकारे जा रही थी और वो दोनों उसको चूमने में लगे हुए थे। अंकित उसके निप्पल चूस रहा था और संजू उसकी चूत चाटने में लगा हुआ था।
दो मिनट तक ये चलता रहा, अब सिम्मी को शायद मज़ा आ रहा था। वो मुँह से अजीब आवाजें निकालने लगी थी।
आरोही- अब बस भी करो… जाओ तेज़ाब लेकर आओ, इसके चेहरे और जिस्म पर दो-तीन दाग लगा दो, ताकि इसे पता चल जाए मैं क्या चीज हूँ…!
अंकित- पागल हो गई हो क्या..! नहीं हमें इसकी जवानी तो लूटने दो..और तुम भी देखो सेक्स कैसे होता है..! क्या पता तुम्हारा भी मन हो जाए चुदने को और तुम भी नंगी होकर यहीं आ जाओ।
आरोही- चुप रह कुत्ते, तेरी इतनी औकात नहीं कि तू मुझे छू भी कर सके और तुमने इतनी बड़ी बात बोल दी। अब मैं जा रही हूँ तुमको इसके साथ जो करना है करो, आई डोंट माइंड बस ये छिनाल को अपना मुँह नहीं खोलना चाहिए। जब ये होश में आए तो इसे बता देना की हमने इसका वीडियो बना लिया है और तेज़ाब से दाग लगाना मत भूलना वरना मुझ से बुरा कोई नहीं होगा।
आरोही गुस्से में पैर पटकती हुई रूम से बाहर निकल जाती है।
संजू- अरे यार वो तो चली गई।
अंकित- जाने दे यार, साली को फिर कभी पटा लेंगे, अभी इसको देख कितना गोरा बदन है, यार मेरा लौड़ा तो पैन्ट में तूफान मचा रहा है। यार इसके होंठ तो देख, कितने पतले हैं आ..हह.फ अपना लौड़ा साली के होंठों पर फेरता हूँ… तू चूत को चाट कर गीला कर… साली की अभी सील तोड़ता हूँ.. अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
दोस्तो, बीच में आने के लिए सॉरी। मैं आपको बता दूँ कि अंकित तो सारी बात शॉर्ट में ही बता रहा है, इतना डीप में नहीं। मगर आप लोगों को चुदाई का भरपूर मज़ा मिले इसलिए वहाँ क्या हुआ, ये मैं आपको विस्तार से बता रही हूँ ओके…एंजाय…!
अंकित आपने कपड़े निकाल देता है। उसका 7″ का लौड़ा आज़ाद हो जाता है।
सिमरन- उउउ आ..हह.. उफ्फ धीरे… अईआइ आ..हह.. प्लीज़ आ उई आईए आह…!
अंकित लौड़े को सिमरन के होंठों पर घुमाने लगता है, वो सिमरन का मुँह खोल कर लौड़ा अन्दर डाल देता है। वो चूस नहीं रही थी, अंकित बस मुँह में आगे-पीछे करने लगता है।
संजू- वाउ क्या टेस्टी चूत है यार.. आज तक सील-पैक चूत नहीं चाटी, मज़ा आ रहा है। इसकी चूत बहुत टाइट है, ऊँगली डालने की कोशिश कर रहा हूँ, पर जा ही नहीं रही।
अंकित- आह उफ़फ्फ़ साली के मुँह में इतनी गर्मी है, तो चूत में कितनी होगी आहह आ क्या मज़ा आ रहा है… तू बस चूत को चाट यार ऊँगली मत कर, मेरे लौड़े से आपने आप इसकी सील टूट जाएगी और चूत खुल भी जाएगी।
संजू- यार रुक मुझे भी नंगा होने दे, अन्दर साला लंड, मचल रहा है।
संजू भी नंगा हो जाता है, इसका लौड़ा भी अंकित की तरह मोटा और 7″ का ही था। उसने लौड़ा चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया।
अंकित- अबे साले क्या कर रहा है? हट वहाँ से तेरा क्या भरोसा चूत पर रगड़ता-रगड़ता कहीं अन्दर डाल देगा। ला अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा। अब साली को चोदने दे।
संजू वहाँ से हट जाता है और सिम्मी के मम्मे चूसने लगता है। अंकित लौड़े पर अच्छे से थूक लगाकर चूत पर टिका देता है।
सिमरन- उउउ आआ आह न नहीं प्लीज़ आ आ उफ्फ आ मत तड़पाओ उहह आ प्लीज़ आ..हह.. नहीं आ…!
अंकित लौड़े पर दबाव बनाता है, पर वो ऊपर निकल जाता है। दोबारा ट्राई करता है, तो नीचे फिसल जाता है।
अंकित- उफ साली चूत है या तिजोरी… खुलती ही नहीं.. अबे संजू साले हिला मत, एक तो लौड़ा अन्दर नहीं जा रहा और तू कुत्तों की तरह मम्मे को दबा रहा है, चूस रहा है…!
संजू- रूको यार मैं ऊँगली से चूत की फाँक खोलता हूँ तुम टोपी अन्दर फँसा कर ज़ोर का झटका मार दो… लौड़ा आपने आप घुस जाएगा।
अंकित- अबे साले तू तो ऐसे बोल रहा है, जैसे मैं पहली बार किसी को चोद रहा होऊँ। भूल गया क्या रागिनी की कैसी दमदार चुदाई की थी मैंने और अनिता तो मेरे लंड की दीवानी है।
संजू- यार तुम भी ना किन रण्डियों की बात कर रहे हो..! दिन भर में ना जाने कितने लौड़े उनकी चूत में जाते हैं। वो उनका धन्धा है ऐसी सील पैक चूत मारी है कभी.. जो बात कर रहे हो..! चलो हटो मैं मदद करता हूँ..!
संजू ऊँगली से चूत को खोल देता है और अंकित दोबारा से बहुत सारा थूक चूत के अन्दर तक लगा देता है और आपने लौड़े को भी चिकना कर लेता है। फिर टिका देता है चूत के मुँह पर।
अंकित- आ..हह.. उफ्फ हाँ टोपी अन्दर फंस गई। अब धक्का मारता हूँ.. तू हाथ हटा लेना जल्दी से…!
संजू- ओके.. मार दे यार।
अंकित ज़ोर से एक धक्का मारता है, आधा लौड़ा सील तोड़ता हुआ अन्दर घुस जाता है। सिम्मी आधी होश में और आधी बेहोशी में थी, पर उस वक़्त वो अपनी पूरी ताक़त लगा कर चीखी।
सिम्मी- आआआ आआआआअह आ आआआआअ…!
अंकित- साले मुँह बन्द कर इसका… पूरे मोहल्ले को सुनने के बाद बंद करेगा क्या…!
संजू जल्दी से आपने होंठ सिम्मी के होंठों पर टिका देता है और अंकित आधे लौड़े को पीछे खींच कर एक और ज़ोर का धक्का मारता है। पूरा लौड़ा चूत को चीरता हुआ अन्दर समा जाता है। सिम्मी के होंठ बन्द थे, पर उसकी साँसें अटक गई थीं, इस फोर्सफुल एंट्री से उसकी आँखें बाहर को आ गई थीं और सबसे मज़े की बात आपको बताऊँ दोस्तों कि आरोही गई नहीं थी। वो वहीं रूम के डोर के पास खड़ी थी, डोर थोड़ा सा खुला हुआ था और वो आराम से ये सब रिकॉर्ड कर रही थी। उसकी हालत भी खराब हो रही थी। ये सब देख कर उसकी चूत गीली हो गई थी।
संजू- वाह यार.. एक ही बार में पूरा लौड़ा घुसा दिया। क्या अब चूस लूँ इसके निप्पल.. मैंने हाथ रखा हुआ है इसके मुँह पर…!
अंकित- आ..हह.. आह चूस ले साले जो चूसना है उफ्फ इसकी चूत बहुत टाइट है, यार लौड़ा छिल गया लगता है…. उफ्फ बहुत गर्मी है इसकी चूत में लौड़ा फँस सा गया है…!
संजू- उफ़फ्फ़ क्या रसीले मम्मे हैं साली के… आ..हह.. मज़ा आ रहा है, यार जल्दी कर मेरा लौड़ा अब ज़्यादा देर टिका नहीं रह सकता। मुझे भी इसकी चूत का मज़ा लेना है।
अंकित- आ आ..हह.. हाँ यार आ..हह.. बस मैं झड़ने वाला हूँ आ..हह.. उफ़फ्फ़ मैं गया आह ह…!
अंकित ने पूरा पानी सिम्मी की चूत में भर दिया और लौड़ा बाहर निकाल लिया।
संजू- अरे यार तूने तो सारी चूत खराब कर दी अब पानी साफ करके ही डालूँगा और ये क्या इसकी सील टूटी, पर खून इतना सा ही आया, ये कैसे…!
अंकित- हाँ यार बस ना के बराबर खून आया है। कहीं इसकी सील पहले ही तो नहीं टूटी हुई थी…!
संजू- नहीं यार मैंने चूत को गौर से देखा है। पहली बार आज तूने ही चोदा है। एक बात हो सकती है, शायद बचपन में खेल-कूद में इसकी सील टूट गई होगी।
अंकित- हाँ ये हो सकता है, ले आजा डाल दे लौड़ा चूत में मुझे ज़ोर की लगी है मैं आता हूँ बाथरूम होकर।
सिम्मी की आँखों से आँसू लगातार जारी थे। वो इस चुदाई और दर्द से टूट गई थी, मगर पता नहीं उन कुत्तों ने उसको कौन सी दवा दे दी थी कि बेचारी के हाथ-पाँव में जान ही नहीं थी।
संजू ने लौड़े पर थूक लगाया और एक ही झटके में पूरा लौड़ा चूत में डाल दिया। इस बार सिम्मी को दर्द इतना ज़्यादा हुआ कि एक चीख के साथ वो बेहोश हो गई। 20 मिनट तक संजू उसको चोदता रहा और आख़िर उसका भी पानी निकल गया।
आरोही ने आपने मोबायल से पूरी क्लिप बना ली थी, मगर वो खुद भी काफ़ी गर्म हो गई थी। उसकी चूत रिसने लगी थी, मन तो उसका हुआ चुदने का, पर वो इन दोनों को आपने लायक नहीं समझती थी और वो मौका देख कर चुपके से वहाँ से निकल गई।
राहुल वहीं बाहर खड़ा था। आरोही को जाता देख कर वो चुपके से अन्दर घुस गया।
अंकित- क्यों यार चोद दिया क्या साली को..! अब मेरी बारी है।
संजू- हाँ आजा यार साली बेहोश हो गई है, मैंने झटका मारा तो गई काम से…!
राहुल- अबे सालों ये क्या है, क्या कर रहे हो तुम सिम्मी के साथ…!
राहुल को देख कर दोनों चौंक जाते हैं।
अंकित- त..तू यहाँ कैसे…!
राहुल- मैंने कहा था न… मेरी नज़र तुम दोनों पर है।
संजू- अरे सब बातें छोड़… ये देख सिम्मी की जवानी तुझे आवाज़ दे रही है, जा मज़े कर डाल दे चूत में लौड़ा…!
राहुल- नहीं यार इसकी गाण्ड मुझे बहुत पसन्द है… मैं तो गाण्ड ही मारूँगा और आरोही यहाँ इतनी देर तक क्या कर रही थी…!
संजू- अरे कुछ नहीं इसका एमएमएस बना रही थी।
राहुल- भाड़ में जाने दो सब.. यार इसके मम्मे क्या मस्त खड़े हैं आ..हह.. मैं तो पहले इनका रस पीऊँगा…!
राहुल ने पहले कपड़े उतारे और सीधा बेड पर लेट कर सिम्मी के मम्मे चूसने लगा। वो दोनों भी कहाँ पीछे थे, वो भी साथ हो लिए अंकित चूत चाटने लगा और संजू उसके होंठों पर लौड़ा फेरने लगा।
सिम्मी को होश आने लगा था। राहुल का लौड़ा भी तन गया था। उन तीनों ने सिम्मी के जिस्म पर जगह-जगह काट लिया था, जिसके कारण उसके शरीर पर निशान पड़ गए थे।
राहुल- बस अब लौड़ा बहुत गर्म हो गया है। साली की गाण्ड को फाड़ता हूँ अभी, मेरी बहन से ज़्यादा खूबसूरत बनने की सज़ा तो इसको मिलनी ही चाहिए…!
राहुल उसको पेट के बल लेटा देता है और लौड़े पर अच्छे से थूक लगाकर गाण्ड पर टिका देता है। संजू गाण्ड का होल ऊँगली से खोलकर उसकी मदद करता है।
संजू- डाल दे राहुल…. कुँवारी गाण्ड है। मज़ा आ जाएगा।
राहुल एक ही झटके में लौड़ा गाण्ड में घुसा देता है। सिम्मी का दर्द के मारे बुरा हाल हो गया था। वो चीख भी नहीं पाई और फिर से बेहोश हो गई।
राहुल ज़्यादा समय गाण्ड की गर्मी बर्दाश्त ना कर सका और झड़ गया।
राहुल- आ मज़ा आ गया.. क्या टाइट गाण्ड थी साला पानी जल्दी निकल गया, मज़ा खराब हो गया।
अंकित- कोई बात नहीं राजा, अभी देख लौड़ा कैसे डालते है।
संजू- हाँ देख हम दोनों साथ में डालते हैं आगे और पीछे..!
दोस्तों सिम्मी बेहोश थी, उसकी हार्ट-बीट कम हो गई थी, वो पहली बार चुद रही थी।
राहुल- आ..हह.. मैं थक गया हूँ… तुम चोदो मैं तो जाता हूँ अब 3 बार मेरा पानी निकल गया अब हिम्मत नहीं है।
संजू- हाँ जाओ हम भी थक गए, थोड़ा रेस्ट करेंगे, उसके बाद दोबारा इसको चोदेंगे।
राहुल वहाँ से चला गया और सिम्मी बेहोश पड़ी थी। थोड़ी उसको पूरी तरह होश आ गया था, बदन पूरा अकड़ गया था। चूत और गाण्ड का ऐसा हाल था कि जरा सा हिलाने से जान निकल रही थी।
आख़िर पूरी हिम्मत जुटा कर बैठ गई। तभी संजू की आँख खुल गई, उसने अंकित को भी उठा दिया।
अंकित- क्यों रानी… कहाँ जा रही हो, मज़ा आया न.. चुदाई में साली बेहोश बहुत होती है तू… आ..हह.. बदन अकड़ गया तेरे को चोदते-चोदते पर साली प्यास है कि बुझने का नाम ही नहीं लेती। साली मेरा मन था, एक बार और तेरी गाण्ड मारूँगा… उठ साली कपड़े पहन और निकल यहाँ से…!
सिम्मी- मेरी हिम्मत नहीं हो रही, मुझे कपड़े पहनने दो ना प्लीज़…!
संजू- क्यों साली अकड़ निकल गई सारी… चल मैं पहना देता हूँ अब जब हम बुलाएं चुपचाप आ जाना। एमएमएस याद है ना, सब को पता चल जाएगा की तू रंडी है।
संजू उसको कपड़े पहना देता है उसकी हालत ठीक करके उसको चलने के लिए बोलता है। आधा घंटे की मेहनत के बाद वो उसको थोड़ा चलने के काबिल बना देता है।
अंकित- अरे यार क्या नाटक है, साली को धक्का मार कर बाहर निकाल दे न….!
संजू- नहीं यार काम की चीज है, बेचारी की चूत और गाण्ड फट गई है, कहाँ चल पाएगी? इसलिए इसको बाइक पर छोड़ कर आता हूँ। तू घर को लॉक कर देना ओके.. चल जानेमन अब बाहर तक तो चल सकती है न…!
सिम्मी बड़ी मुश्किल से चल कर बाहर तक गई। संजू किसी तरह उसको उसके घर कर तक ले गया। वहाँ उस समय कोई नहीं था, वो उसको अन्दर ले गया। रूम में बेड पर लिटा कर वो जाने लगा।
कैसे उस मासूम सी जान को ये सब सहना पड़ा। दोस्तों आपके पहले मेल आये थे जिनमें आपको आरोही के साथ रेहान जो कर रहा था वो गलत लग रहा था। अब बताइए कि कैसा लग रहा है?
ओके दोस्तों
अब जल्दी से मेरी आईडी [email protected] पर मेल करो और अपनी राय दीजिए। मैं इन्तजार कर रही हूँ आपके मेल का।
बाय दोस्तो।

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top